मुस्लिम परिवारों में भी हो रहा है छठव्रत

सीवान : जिले के हुसैगंज प्रखंड के बड़रम गांव में छठ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. यहां छठ की तैयारी हिंदुओं के अलावे मुस्लिम परिवारों में भी हो रही है. कुछ मुस्लिम युवक दूसरे प्रदेशों से छुट्टी लेकर घर में हो रहे छठ में भाग लेने के लिए गांव आये हुए हैं. बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2017 4:03 AM

सीवान : जिले के हुसैगंज प्रखंड के बड़रम गांव में छठ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. यहां छठ की तैयारी हिंदुओं के अलावे मुस्लिम परिवारों में भी हो रही है. कुछ मुस्लिम युवक दूसरे प्रदेशों से छुट्टी लेकर घर में हो रहे छठ में भाग लेने के लिए गांव आये हुए हैं. बताया जाता है कि बड़रम गांव में कई मुस्लिम परिवारों में भी छठ धूम-धाम से मनाया जाता रहा है. बड़रम गांव निवासी नईमा खातून विगत कई वर्ष से छठ का व्रत रखती हैं. नईमा खातून की सास ने मन्नत मांगी थी कि जब उनको पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी तो वे छठ का व्रत रखेंगी. छठ मईया ने उनकी मन्नत पूरी कीं और अब्दुल जलील का जन्म हुआ.

तब से छठ व्रत की परंपरा उनके परिवार में हैं. अपनी सास के बाद नईमा इस परम्परा को जारी रखी हुई हैं. इसी तरह मोहल्ले के कई अन्य मुस्लिम परिवार भी छठ मैया में आस्था रखते हैं. जो लोग छठ का व्रत नहीं रखते हैं,वे छठ पूजा में प्रयोग होने वाली सामग्री व्रतियों को देते हैं. बड़रम गांव के ही मुस्लिम युवक बादशाह अली की पत्नी विगत चार वर्षों से छठ का व्रत करती है. बादशाह अली छठ का दाऊरा घाट पहुंचाने के लिए छुट्टी लेकर घर आये हैं.

छठ पर्व पर इस गांव में हिन्दू मुस्लिम एकता देखने को मिलती है. यहां के छठ घाटों की सफाई हो या कुछ और हिन्दू-मुस्लिस सब मिलकर करते हैं. ग्रामीण व युवकों का कहना है कि हम लोग छठ त्यौहार का इंतजार बेसब्री से करते हैं. छठ का प्रसाद खरना के दिन से ही घूम-घूम कर खाते है.

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