संतोष का शव पहुंचते ही मच गयी चीख-पुकार

एक नवंबर को एनटीपीसी रायबरेली में ब्वायलर विस्फोट में हुआ था घायल दशहरे के बाद घर से गया था मृत संतोष शव के साथ पहुंचे थे एनटीपीसी कंपनी के अधिकारी सीवान: सदर प्रखंड के पचलखी गांव निवासी स्व. महाजन साह के पुत्र संतोष कुमार साह की मौत दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2017 8:40 AM
एक नवंबर को एनटीपीसी रायबरेली में ब्वायलर विस्फोट में हुआ था घायल
दशहरे के बाद घर से गया था मृत संतोष
शव के साथ पहुंचे थे एनटीपीसी कंपनी के अधिकारी
सीवान: सदर प्रखंड के पचलखी गांव निवासी स्व. महाजन साह के पुत्र संतोष कुमार साह की मौत दिल्ली सफदरगंज अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गयी. यह घटना एक नवंबर को एनटीपीसी रायबरेली में ब्वायलर विस्फोट से हुई थी. इसमें में संतोष गंभीर रूप से घायल हो गया था.
घटना की सूचना मिलते ही छोटे भाई राकेश साह व तारकेश्वर साह गांव से मौके पर पहुंचे और इलाज के लिए भर्ती कराया था. मौत के बाद जैसे ही रविवार की सुबह शव गांव पहुंचा, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. घटना के दौरान कई लोग असमय काल के गाल में समा गये थे. वहीं इसी घटना में जिले के ही हुसैनगंज थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव के भी एक युवक की मौत हुई थी. उसका शव शुक्रवार को ही आ गया था. वह गांव के ही लालबाबू यादव का पुत्र छोटेलाल यादव था. रायबरेली से शव के साथ कंपनी के अधिकारियों की भी टीम गांव पहुंची थी. घटना में गांव के युवक के मौत होने से हर कोई मर्माहत था. जैसे ही लोगों को सूचना मिली कि संतोष का शव गांव पहुंच गया है कि परिजनों को ढाढ़स बढ़ाने के लिए काफी संख्या में भीड़ उमड़ गयी.
इस दौरान पत्नी अनरावती देवी का रो-रो का बुरा हाल था. इस दौरान उनके दो पुत्री चुलबुली व अंकिता के साथ अन्य पारिवारिक सदस्यों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. इस दौरान आनेवाला हर कोई परिजनों को समझाने में जुटा था. यही नहीं रिश्तेदार भी काफी संख्या में घर पहुंच गये. गांव के ही श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया.
सात भाइयों में तीसरे नंबर पर था संतोष
एनटीपीसी हादसे में शिकार हुआ संतोष कुमार साह दशहरा पर्व पर घर आया था. पर्व की समाप्ति के बाद रायबरेली गया था. संतोष सात भाइयों में तीसरे नंबर पर था. वह अपने भाई राकेश कुमार साह की शादी में जून में आया था और काफी लंबी छुट्टी के बाद वह दशहरा मनाकर घर से रायबरेली गया था और कहा था कि आगे फिर आयेंगे.
भाई राकेश कुमार साह ने बताया कि पहले फोन आया कि आपके भाई एनटीपीसी में हुए विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी. इसके बाद जब हमलोगों ने घटना की जानकारी ली, तो मालूम चला कि उनकी मृत्यु हो गयी है. उनकी शादी दस वर्ष पूर्व हुई थी. उन्हें दो पुत्री ही है. दोनों पुत्रियां चुलबुली व अंकिता हैं. दोनों काफी छोटी हैं. भाई का कहना है कि सरकार व कंपनी के द्वारा मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया है. अभी केवल अंतिम संस्कार करने के लिए ही मुआवजा राशि दी गयी है.
एनटीपीसी से मिलेगा 20 लाख का मुआवजा
परिजनों का कहना है कि कंपनी के अधिकारियों से वार्ता की गयी, तो उन लोगों ने अाश्वासन दिया है कि जल्द ही विभागीय प्रक्रिया पूरा होते ही मुआवजा उपलब्ध करा दिया जायेगा. एनटीपीसी से 20 लाख रुपये व केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा दो-दो लाख रुपये मिलने वाले हैं.
हमलोगों ने मांग रखी है कि उनकी छोटे-छोटे बेटियों को पढ़ाई की खर्च सरकार व एनटीपीसी कंपनी उठाये. वहीं घटना की जानकारी मिलने पर शोक संतप्त परिजनों से मिलकर जिला पर्षद अध्यक्ष संगीता देवी व प्रो. जयराम यादव ने ढाढ़स बंधाया. हर संभव मदद करने की बात कही. उन्होंने कहा कि परिजनों को मुआवजे के लिए सरकार से मांग की गयी है. साथ ही इनका कहना था कि छोटे-छोटे बच्चों की पढ़ाई का खर्च कंपनी को उठाना चाहिए.

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