पूर्व सभापति व उपसभापति पर प्राथमिकी दर्ज होते ही स्टे की शुरू हुई चर्चा

मंत्री व प्रधान सचिव को पत्र भेज प्राथमिकी के आदेश पर रोक की कर चुके हैं मांग सीवान : ललित बस पड़ाव बंदोबस्ती व लेखापाल सह प्रधान लिपिक प्रेम कुमार गुप्ता द्वारा 40 वर्ष सेवा के बाद भी सेवानिवृत्त नहीं करने के मामले में आरोपित पूर्व नगर सभापति अनुराधा गुप्ता व नगर उपसभापति कर्णजीत सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 2:56 AM

मंत्री व प्रधान सचिव को पत्र भेज प्राथमिकी के आदेश पर रोक की कर चुके हैं मांग

सीवान : ललित बस पड़ाव बंदोबस्ती व लेखापाल सह प्रधान लिपिक प्रेम कुमार गुप्ता द्वारा 40 वर्ष सेवा के बाद भी सेवानिवृत्त नहीं करने के मामले में आरोपित पूर्व नगर सभापति अनुराधा गुप्ता व नगर उपसभापति कर्णजीत सिंह के मामले में प्रधान सचिव नगर प्रशासन द्वारा पर प्राथमिकी के आदेश पर रोक की चर्चा है. इस बात की चर्चा है कि इस पर रोक लग सकती है. बुधवार को इससे संबंधित पत्र भी पहुंचने की अटकलें चल रही है.
अनुराधा गुप्ता व कर्णजीत सिंह ने विभाग द्वारा मामला दर्ज करने के आदेश के बाद विभागीय मंत्री व प्रधान सचिव को पत्र लिखकर अपनी स्थिति से अवगत कराते हुए रोक लगाने की मांग की थी. सारण आयुक्त की जांच में मामला सही पाये जाने के बाद विभाग के निदेशक के पत्र के बाद कार्रवाई शुरू हुई है. उनका कहना था कि जांच के दौरान इनका पक्ष नहीं लिया गया और मामले में अपने को निर्दोष बताते हुए फंसाने की बात कही है. उनका कहना है कि साजिश के तहत उनको फंसाया गया है. इसमें राजनीतिक साजिश रची गयी है.

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