सैलरी से कट रहा कर्मचारियों का ईपीएफ पर खाते में नहीं हो रहा जमा

कर्मियों ने पीएफ की राशि में हेराफेरी का लगाया आरोप सीवान : एक बार फिर नगर पर्षद चर्चाओं में आ गया है. इस बार किसी घोटाले को लेकर नहीं बल्कि कर्मियों के पीएफ की राशि में हेराफेरी को लेकर. यह मामला सभापति तक पहुंचा गया है. बताया जाता है कि संविदा पर बहाल कर्मियों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2018 5:44 AM

कर्मियों ने पीएफ की राशि में हेराफेरी का लगाया आरोप

सीवान : एक बार फिर नगर पर्षद चर्चाओं में आ गया है. इस बार किसी घोटाले को लेकर नहीं बल्कि कर्मियों के पीएफ की राशि में हेराफेरी को लेकर. यह मामला सभापति तक पहुंचा गया है. बताया जाता है कि संविदा पर बहाल कर्मियों से कार्य लेने में लपरवाही नहीं बरत रहा, लेकिन पीएफ की राशि देने में रोड़े जरूर अटका रहा है. नियमानुसार पीएफ की राशि को किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में जमा नहीं कर नगर परिषद द्वारा मुजफ्फरपुर की किसी कंपनी के एजेंट को बुलाकर राशि जमा करने की बात सामने आ रही है. इसमें भी दो ग्रुप बनाकर पीएफ की राशि जमा हो रही है. हालांकि उस राशि का सही हिसाब कर्मियों को नहीं मिल रहा.
उनका कहना है कि सरकार का निर्देश है कि सभी संविदाकर्मियों की पीएफ की राशि जमा हो, लेकिन इसमें भी लीपापोती हो रही है. गौरतलब हो कि नगर परिषद में संविदा पर करीब तीन सौ कर्मी कार्यरत हैं. इनमें करीब डेढ़ सौ कर्मियों का पीएफ कटता है. बहरहाल, नियमानुसार पीएफ की राशि किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक में एकाउंट खोलकर जमा करनी है. उस राशि को जरूरत पड़ने पर संबंधित संविदा कर्मी को 40 से 45 फीसदी देनी है. अवकाश ग्रहण करने वाले कर्मी को पीएफ की पूरी राशि ब्याज समेत जोड़कर देने का प्रावधान है. संविदा कर्मियों का आरोप है कि पिछले 17-18 महीने से पीएफ की राशि नहीं मिल रही. कहा जा रहा कि कर्मी के निधन के बाद उस राशि को नोमनी को दे दिया जायेगा. उधर, समय से पीएफ एकाउंट में जमा नहीं करने से कर्मियों को उस राशि पर मिलने वाले ब्याज में भी घाटा उठाना पड़ रहा है. यह कोई नया मामला नहीं है. इससे पहले इस तरह का आरोप लग चुका है.
कहा, कार्य लेने में ढिलाई नहीं हो रही बल्कि पीएफ की राशि देने में रोड़े जरूर अटका रहा है
क्या कहती हैं सभापति
यह मामला मेरे संज्ञान में आया है. मुजफ्फरपुर पीएफ कार्यालय में राशि करने की बात कही जा रही है. इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने और रिपोर्ट देने को कहा गया है. इस मामले में शीघ्र ही पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुए मामले का निष्पादन कर दिया जायेगा.
सिंधु सिंह, नगर सभापति, नगर पर्षद, सीवान

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