बेटे की बिना दहेज शादी रचा एक बार फिर सुर्खियों में आये जदयू विधायक
सीवान : बिहार में दहेज मुक्त विवाह का बिगुल फूंकने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने के लिए बड़हरिया विधानसभा के जदयू विधायक श्यामबहादुर सिंह ने अपने मुखिया पुत्र संजय कुमार सिंह का विवाह भी बिना दहेज और तामझाम के बिना विश्वप्रसिद्ध गोपालगंज जिले के थावे मां भवानी के मंदिर में वैदिक […]
सीवान : बिहार में दहेज मुक्त विवाह का बिगुल फूंकने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने के लिए बड़हरिया विधानसभा के जदयू विधायक श्यामबहादुर सिंह ने अपने मुखिया पुत्र संजय कुमार सिंह का विवाह भी बिना दहेज और तामझाम के बिना विश्वप्रसिद्ध गोपालगंज जिले के थावे मां भवानी के मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच संपन्न कराया है.
इस आदर्श विवाह में कई जनप्रतिनिधि व विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए. बतादें की हमेशा अपने अलग-अलग कारनामों से चर्चा में रहनेवाले बड़हरिया विधायक इस बार सामाजिक कुरीतियों को मिटाने को लेकर फिर से सुर्खियों में आ गये है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दहेज मुक्त विवाह एवं सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए अभियान चलाया है. नीतीश कुमार के इस अभियान को सफल बनाने के लिए मानव श्रृंखला में जब विधायक खड़े हुए थे और लोगों से अपने पुत्र की शादी में दहेज नहीं लेने की बात कहकर शपथ ले रहे थे, तब कतार में खड़े लोग उनकी बातों को मजाक में उड़ा दिया था.
सात फेरे लगाकर साथ जियेंगे, साथ मरेंगे की कसमे खाने वाले विधायक के पुत्र संजय सिंह सहलौर पंचायत के मुखिया भी हैं. इनका विवाह पचरूखी प्रखंड के पपौर पंचायत के इटवां गांव के रामाशंकर सिंह की पुत्री मनोरमा के साथ शनिवार की देर संध्या संपन्न हुआ. इस मौके पर जब विधायक श्यामबहादुर सिंह से पूछा गया तो उन्होंने ने बताया कि अच्छे काम की शुरुआत घर से होनी चाहिए. इसलिए परिवार वालों की सहमति से यह निर्णय लिया गया. दहेज एक सामाजिक कुरीतियां है जिसे खत्म करने के लिए सबको आगे आने की जरूरत है.