सीवान : बिहार चिकित्सा एवं जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन एवं स्वास्थ्य सेवा ठप करने को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था से स्वास्थ्य सेवा को चालू रखने का सिविल सर्जन का फरमान पूरी तरफ फ्लाॅप साबित हुआ. जिनको व्यवस्था करनी थी वे ही लोग कर्मचारियों के समर्थन में खड़े दिखे. मानों ऐसा लग रहा था कि सभी लोग हड़ताल में शामिल हैं.
करीब दो घंटे से अधिक समय तक सदर अस्पताल में इलाज को लेकर मरीजों के बीच अफरातफरी का माहौल रहा. कार्यक्रम के तहत बुधवार को सदर अस्पताल की ओपीडी एवं आपात सेवा को घंटों ठप कर दिया. आपीडी में तो डॉक्टर विरोध के बाद उठ कर चले गये लेकिन आपात कक्ष में डॉक्टर व कर्मचारी तो थे. लेकिन मरीजों के रजिस्ट्रेशन करने वाला काउंटर बंद होने से यहां भी कार्य लगभग ठप था. आपात कालीन मरीजों के परिजन मरीजों का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए परिसर में भटक रहें थे.
जब मरीजों के परिजन आक्रोशित हुए तब करीब 1.30 बजे ओपीडी भवन में एक रजिस्ट्रेशन काउंटर खोला गया. कर्मचारी ने बताया कि बड़े बाबू ने काउंटर को बंद करने का आदेश दिया था.