शराब से नाता तोड़ शुरू किया दूध कारोबार

मिसाल. डेयरी खोल कर दिया 200 लोगों को रोजगार आंदर : कभी शराब के बोतल का हिसाब करने वाला शख्स आज दूध के लीटर का हिसाब करने में मशगूल है. सुबह से लेकर शाम तक उसके फॉर्म पर किसानों की भीड़ लगी रहती है. इसके साथ ही तकरीबन एक सौ लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2018 12:46 AM

मिसाल. डेयरी खोल कर दिया 200 लोगों को रोजगार

आंदर : कभी शराब के बोतल का हिसाब करने वाला शख्स आज दूध के लीटर का हिसाब करने में मशगूल है. सुबह से लेकर शाम तक उसके फॉर्म पर किसानों की भीड़ लगी रहती है. इसके साथ ही तकरीबन एक सौ लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मुहैया करा रहा है. हम बात कर रहे है प्रखंड क्षेत्र के भवराजुपर बाजार स्थित मानिसको डेयरी के मालिक सतीश यादव की. सूबे में शराब बंदी ने जहां समाज में इसे ऊंचा मुकदमा दिया, वहीं शराब जैसे धंधे से तोबा भी हो गया. तब सतीश पूर्व में सरकारी देशी विदेशी शराब की दुकान चलाते थे. सतीश कहते हैं कि शराब से नाता टूटा तो दूध का दामन थाम लिया.
आज हालात यह है कि इनके डेयरी में तकरीबन दो हजार लीटर दूध की खपत होती है. इनकी इस सोच ने आस पास के किसानों की स्थिति भी सुधारने का काम किया है. इनका कहना है कि हमारे फॉर्म से करीब एक सौ लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लोगों को रोजगार मिला हुआ है. किसानों से दूध खरीद कर अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से कई प्रकार की मिठाइयों का निर्माण इनके द्वारा किया जाता है. इसमें छेना की मिठाइयां सहित सोनपापड़ी, बालूशाही, पेड़ा, पनीर, घी, दही, कालाजामुन, कलाकंद आदि प्रमुख मिठाईयों का निर्माण शामिल है. तीश कहते हैं कि क्षेत्र के लोगों को दूध की अच्छी कीमत मिल जाती है. उनका कहना है कि डेरी के खुलने से क्षेत्र में दूध का उत्पादन भी काफी तेजी से बढ़ा है. किसानों के दरवाजे से दूध उठाने के लिए पांच पिकअप वैन लगी हुई है. इनके डेयरी पर गाय का दूध 28 रुपये जबकि भैंस का दूध 35 रुपये लीटर की दर से खरीदा जाता है. शादी विवाह जैसे आयोजनों में मिठाइयों की अच्छी मांग भी प्राप्त हो रही है. वहीं बाजार के मिलावटी मिठाइयों से लोगों को निजात भी मिल रहा है.
साथ ही परिवार में भी खुशहाली आ गयी है.
एक अप्रैल को पूरे हो रहे हैं शराबबंदी के दो वर्ष
पूर्व में देशी व विदेशी शराब की दुकान का करते थे संचालन
शराबबंदी के बाद लिया अनूठा फैसला, खोल दी डेयरी
रोजाना दो हजार लीटर दूध की होती है खपत

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