चार वर्ष बाद गांव पहुंचा राजू के शव का अवशेष

डीएनए नहीं मैच करने के चलते अन्य युवकों के साथ नहीं आ सका था राजू का शव मां का डीएनए मैच होने के बाद राजू का अवशेष पहुंचने पर मचा कोहराम अप्रैल में ही आया था सीवान के पांच युवकों का शव सीवान : आईएस आतंकियों द्वारा जून 2014 में अगवा कर 39 भारतीयों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2018 3:38 AM

डीएनए नहीं मैच करने के चलते अन्य युवकों के साथ नहीं आ सका था राजू का शव

मां का डीएनए मैच होने के बाद राजू का अवशेष पहुंचने पर मचा कोहराम
अप्रैल में ही आया था सीवान के पांच युवकों का शव
सीवान : आईएस आतंकियों द्वारा जून 2014 में अगवा कर 39 भारतीयों में से 38 को मौत के घाट उतार दिया गया. जिसमें में सीवान के भी छह युवक शामिल थे. जिले के पांच युवक के शव का अवशेष चार वर्ष अप्रैल माह में आ गया परंतु डीएनए पूरी तरह मैच नहीं करने के चलते राजू के शव का अवशेष नहीं आ सका. इसके बाद परिजनों ने विदेश मंत्रालय से गुहार लगायी. उनकी गुहार पर दुबारा मां का डीएनए जांच को भेजा गया. जो मैच कर गया. इसके बाद शुक्रवार की दोपहर मैरवा थाना क्षेत्र के तितरा के बंसतपुर टोला गांव निवासी स्व. कृष्णा यादव के पुत्र राजू यादव के शव अवशेष गांव पहुंचा. शव जिला प्रशासनिक पदाधिकारी लेकर गांव पहुंचे थे. पूरे गांव में लोगों का भीड़ लगा था. गांव में ही गार्ड ऑफ ऑर्नर देने के बाद परिजनों के हवाले शव का अवशेष कर दिया गया. इसके बाद उसका अंतिम संस्कार गांव में ही अपनी जमीन पर किया गया.
शहीदों से कम नहीं रही राजू यादव की अंतिम विदाई : मैरवा. इराक के मोसूल में 2014 में आईएसआईएस द्वारा मारे गये 39 भारतीय मजदूरों के साथ मैरवा थाना क्षेत्र के तितरा के राजू यादव की मौत हो गयी. जिसके शव का अवशेष चार साल बाद केंद्र सरकार के प्रयासों के बाद लाया जा सका. शुक्रवार को अस्थियों को ताबूत में रख कर उसके पैतृक गांव लाया गया. जहां क्षेत्र के सैकड़ों लोग अंतिम दर्शन को उमड़ पड़े. जिला प्रशासन से एसपी नवीन चंद्र झा, एएसपी कांतेश कुमार मिश्र, मैरवा थानाध्यक्ष संजीव निराला, जन प्रतिनिधियों में सांसद ओमप्रकाश यादव, जिप अध्यक्ष संगीता देवी, सीवान विधायक व्यासदेव प्रसाद, अभिमन्यू सिंह, भाजपा नेता विनोद तिवारी, राजद नेता हरेंद्र पटेल, संजय यादव, श्रीकांत यादव, तितरा पूर्व मुखिया नूर नवाब अंसारी, अमरजीत कुशवाहा, जीरादेई बीडीओ, सीओ के अलावा सैकड़ों गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.
चाचा ने कहा, तीन जून को हुई थी अंतिम बार बात : मृतक राजू के चाचा श्रीभगवान यादव ने बताया कि चार जून को राजू से अंतिम बार बात हुई थी. राजू ने भाई विनय और दोस्तों से बात करने के दौरान कहा था कि हमारी जान खतरे में है. इसके बाद फोन कट गया. इसके बाद जब घरवालों ने फोन किया तो राजू से बात नहीं हो पाया. लगभग 20 दिनों तक राजू की आवाज सुनने के लिए मां रमावती देवी सुनने के लिए काफी परेशान थी. इसके बाद राजू की मां को लगा कि मेरा पुत्र इस दुनिया में नहीं है. सारी बात बताने के बाद चाचा फफक कर रोने लगे.
l शव पहुंचते ही मचा कोहराम
दोपहर बाद राजू यादव के शव का अवशेष ताबूत में रखकर उसके गांव पहुंचा. ताबूत को देखते ही परिजनों के आंसू अविरल बहने लगे. मां व भाई का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था. इधर राजू के अस्थियों पर सिर्फ परिजन ही नहीं बल्कि जिला प्रशासनिक पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि पुष्प चढा़कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. मां रामावती देवी का रो-रो कर बुरा हाल था.

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