सीवान : जिले का उत्पाद विभाग लगातार सुर्खियों में रहा है. सबसे अधिक सुर्खिया उत्पाद विभाग को हाजत से आरोपितों को छोड़ने पर मिली है. इस बार तो छोड़ने के एवज में मोटी रकम वसूलने का आरोप खुद बाहर निकले आरोपित लगा रहे हैं. यही नहीं, आरोपितों ने हाजत के अंदर सभी आरोपितों की तस्वीर खींच कर वायरल कर दिया है. यह तस्वीर डीएम, एसपी सहित अन्य आला अधिकारियों के मोबाइल पर जारी करते हुए पैसा लेकर खुद को व महाराजगंज के चार आरोपितों को छोड़ने के एवज में पैसा वसूलने की शिकायत की है. इधर, शिकायत को संज्ञान में ले प्रभारी डीएम ने उत्पाद अधीक्षक अविनाश प्रकाश से जांच कर दोषियों को चिह्नित करने का निर्देश दिया है. जिले से बाहर चल रहे उत्पाद अधीक्षक ने प्रभार में चल रहे इंस्पेक्टर पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रभारी डीएम को देने की बात कही है.
उत्पाद विभाग अपने नित नये कारनामों को लेकर चर्चा में है. अभी कुछ माह पहले उत्पाद विभाग गठित विशेष धावा दल द्वारा गड़बड़ी और मनमानी का मामला उजागर हुआ था. इसकी जांच तत्कालीन डीएम ने उत्पाद अधीक्षक को दी थी. इसके बाद हाजत से कैदियों को छोड़ने का मामला गरमाया था. यह मामला शांत हुआ था कि बैरक के मालखाने से जब्त शराब के गायब होने का मामला कई दिन उत्पाद विभाग में छाया रहा.
क्या है मामला
रविवार को उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों पर पैसा लेकर हाजत में बंद छह आरोपितों को छोड़ने का आरोप लग गया. यह आरोप महादेवा मुहल्ला निवासी प्रमोद कुमार ने लगाया है. उसका आरोप है कि मेरे दो परिचित, जिनमें शहर पुरानी किला निवासी सोनू कुमार और हथौड़ा गांव निवासी मिथुन यादव गोरखपुर से ट्रांसपोर्ट के वाहन से सीवान आ रहे थे. अभी वह जीरादेई से महज कुछ दूर आगे श्यामपुर पुल पर पहुंचे ही थे कि वहां उत्पाद विभाग के पदाधिकारी जांच करते हुए दिखायी दिये. उत्पाद विभाग के पदाधिकारियों ने वाहन को रुकवाया. इसके बाद उसमें सवार सोनू और मिथुन को नीचे उतार उनकी ब्रेथ एनलाइजर मशीन से जांच की. जांच के दौरान कुछ नहीं निकलने के बाद भी उत्पाद विभाग के पदाधिकारी दोनों को बैठा लिये और वाहन चालक को जाने दिया.पदाधिकारियों ने दोनों से परिजनों को फोन कर बैरक पर बुलाने की मांग की. इसके बाद लेकर बैरक पर आये.
बैरक में आने पर दोनों को छोड़ने के एवज में साढ़े चार लाख रुपये की डिमांड कर दी. काफी मान-मनव्वल के बाद डेढ़ लाख रुपये इंतजाम करने के बाद मेरे दोनों परिचितों को छोड़ दिया. वहीं, महाराजगंज के पटेढ़ी के चार युवकों को भी पैसा लेकर छोड़ दिया. यह देख आरोपितों ने अंदर की खीचीं तस्वीर को प्रभारी डीएम विद्युभूषण चौधरी, एसपी नवीन चंद्र झा सहित कई अधिकारियों के वाट्सअप पर भेज पैसा लेकर छोड़ने की शिकायत की. शिकायत मिलने के बाद प्रभारी डीएम चौधरी ने उत्पाद अधीक्षक से जांच करने का निर्देश दिया. निर्देश मिलने के बाद छुट्टी पर चल रहे उत्पाद अधीक्षक ने प्रभार में चल रहे इंस्पेक्टर कृष्णा सिंह को जांच कर रिपोर्ट प्रभारी डीएम को सौंपने की बात कही है.
क्या कहते है प्रभारी डीएम
हाजत से आरोपितों को छोड़ने और फोटो वायरल होने की जानकारी मुझे है. मैने उत्पाद अधीक्षक से जांच का निर्देश दिया है. जांच के बाद ही पता चल पायेगा कि यह फोटो हाजत की है या फिर किसी और जगह की. मामला सही पाये जाने पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
विद्युभूषण चौधरी, प्रभारी डीएम, सीवान