खाद्य पदार्थों के नमूने मुजफ्फरपुर लैब भेजे

मैरवा : मैरवा में हुई पांच लोगों की मौत के मामले में स्थानीय पुलिस ने बुधवार को कोर्ट से परमिशन लेने के बाद इस्राफिल के घर से लिए गये खाद्य पदार्थों के नमूने मुजफ्फरपुर की विधि प्रयोगशाला में भेज दिये हैं. अब मुजफ्फरपुर से नमूने की जांच की रिपोर्ट आने के बाद सारा रहस्य खुल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2018 4:16 AM

मैरवा : मैरवा में हुई पांच लोगों की मौत के मामले में स्थानीय पुलिस ने बुधवार को कोर्ट से परमिशन लेने के बाद इस्राफिल के घर से लिए गये खाद्य पदार्थों के नमूने मुजफ्फरपुर की विधि प्रयोगशाला में भेज दिये हैं. अब मुजफ्फरपुर से नमूने की जांच की रिपोर्ट आने के बाद सारा रहस्य खुल जायेगा. यह पता चल जायेगा कि घटना का कारण क्या रहा है.

स्वास्थ्य विभाग के लिए अब इलाज करना आसान हो जायेगा. लेकिन प्रयोगशाला से आने वाली रिपोर्ट में हुए विलंब के कारण एक सात वर्षीय बच्ची साना को चिकित्सक नहीं बचा पाये. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच रिपोर्ट पहले ही विधिपूर्वक भेजी गयी होती तो अब तक रिपोर्ट आ गयी होती और सही इलाज की ओर चिकित्सक बढ़ गये होते, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण पांच दिन बीत जाने के बाद भी विश्वसनीय तरीके से चिकित्सक इलाज नहीं कर पा रहे हैं. इस संबंध में थानाध्यक्ष संजीव कुमार निराला ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद कोर्ट से बुधवार को आदेश मांगा गया. कोर्ट से आदेश मिलते हैं मुजफ्फरपुर की विधि प्रयोगशाला के लिए सैंपल भेज दिये गये हैं.

मृत नईमा की सौतन ने दर्ज करायी प्राथमिकी : गुठनी थाना क्षेत्र के बरपलिया गांव निवासी मैनुद्दीन अंसारी की पत्नी जुबैदा खातून ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. उसने बताया कि मेरे पति ने दो शादियां कीं. पहली शादी मुझसे व दूसरी शादी नईमा खातून से. मुझे एक पुत्र व नईमा को एक पुत्र व एक पुत्री है. मेरी सौतन नईमा खातून अपने बच्चे को पढ़ाने के लिए अपने मायके मिस्करही में रहती थी. दिनांक 11 जून को हमारी सौतन नईमा खातून, उसके पिता मो इस्राफिल की तबीयत खराब हो गयी. वे लोग अपने स्तर से इलाज करवा रहे थे. 15 जून को सभी को मैरवा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
जहां से मेरी सौतन की मां अकबरी खातून व सौतन नईमा को बेहतर इलाज के लिए गोरखपुर रेफर कर दिया गया. गोरखपुर ले जाने के क्रम में अकबरी खातून की मौत हो गयी. वहीं मेरी सौतन गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुई. इधर सदर में 15 जून को ही इस्राफिल, 16 को अब्बूतल्हा, 16 की रात में गोरखपुर में सौतन नईमा की मौत इलाज के दरम्यान हो गयी. मेरी सौतन का गोरखपुर में ही पोस्टमार्टम हुआ. इस घटना को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है खाने-पीने का सामान दूषित होने या फिर कोई रहस्यमयी बीमारी से हमारी सौतन व इनके संबंधियों की जान गयी है. उसने पुलिस इस मामले की जांच करवा मौत के कारण स्पष्ट करने की मांग की है.

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