सीवान : गोरेयाकोठी थाने के एसआई किशोर पंडित को मुकदमा से नाम हटाने के लिए पचास हजार रुपये घूस मांगना महंगा पड़ गया. जिस व्यक्ति से नाम हटाने के लिए किशोर पंडित ने पचास हजार रुपये मांगे थे. उसने बातों को टैप कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. इसके बाद शनिवार को पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोरेयाकोठी थाने के एसआई किशोर पंडित को निलंबित कर दिया. गोरेयाकोठी के शंभु दुबे ने 17 फरवरी को थाने में एफआईआर दर्ज कर अपने पट्टीदार शत्रुघ्न दुबे के चार पुत्रों पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया था.
इसमें हिमाचल दुबे, नन्हे दुबे, अंकित दुबे, मुकुल दुबे तथा मीना देवी को आरोपित किया गया था. केस के अनुसंधानकर्ता किशोर पंडित ने आरोपित हिमाचल दुबे और अंकित दुबे का नाम केस से हटाने के लिए रुपयों के लिए दबाव बनाया तो आरोपितों के परिजनों ने किशोर पंडित की बातों की रिकॉर्डिंग कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि केस में खर्चा पानी मांगने के आरोप में गोरेयाकोठी थाने के एसआई किशोर पंडित को निलंबित किया गया है.