12 और 13 फरवरी को होगी पक्षियों की गिनती
चौथे एशियाई जल पक्षी गणना सीवान और गोपालगंज में 12 और 13 फरवरी को होगा. इसको लेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने तिथि जारी कर दी है. गणना में दूरबीन का इस्तेमाल किया जायेगा. नाव और पैदल मार्ग से भी सर्वे होगा. चयनित तिथि को जलाशयों, नदी के किनारे विशेषज्ञों की टीम पहुंचेगी.वीडियोग्राफी और स्टिल फोटोग्राफी होगी.
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प्रतिनिधि,सीवान- गोपालगंज. चौथे एशियाई जल पक्षी गणना सीवान और गोपालगंज में 12 और 13 फरवरी को होगा. इसको लेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने तिथि जारी कर दी है. गणना में दूरबीन का इस्तेमाल किया जायेगा. नाव और पैदल मार्ग से भी सर्वे होगा. चयनित तिथि को जलाशयों, नदी के किनारे विशेषज्ञों की टीम पहुंचेगी.वीडियोग्राफी और स्टिल फोटोग्राफी होगी. टीम में पक्षी विशेषज्ञ, पक्षी प्रेमी, छात्र-छात्राएं, एशियाई जल पक्षी गणना के तकनीकी विशेषज्ञों के साथ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के कर्मी शामिल रहेंगे. गणना में मुख्य फोकस प्रवासी पक्षियों पर होगा.होनेवाले पक्षी गणना में और मेहमान पक्षियों की बढ़ोतरी की संभावना जतायी जा रही है.इस कार्यक्रम के तहत, स्वयंसेवक और पक्षी विशेषज्ञ विभिन्न आर्द्रभूमियों जैसे झीलों, नदियों, दलदली क्षेत्रों, खाड़ियों और जलाशयों का दौरा कर जल पक्षियों की प्रजातियों की गिनती करते हैं. यह गणना पक्षियों की संख्या, उनके प्रवास पैटर्न, निवास स्थान की स्थिति और पर्यावरणीय बदलावों का अध्ययन करने में मदद करती है. वन प्रमंडल गोपालगंज के डीएफओ मेघा यादव ने बताया कि गोपालगंज जिले से गुजर रही गंडक नदी में 12 फरवरी व सिसवन प्रखंड के मेहरदार जिला महेंद्र नाथ सरोवर और पचरुखी प्रखंड के सरैया स्थित तालाब में पक्षी गणना 13 फरवरी को होगा. उन्होंने बताया कि जहां आर्द्र भूमि एवं जलाशय हैं, उस जगह को चिह्नित किया गया है. गंडक नदी से सटे क्षेत्रों में भी पक्षी गणना का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. साथ ही गणना के बाद से इनका संरक्षण एवं संवर्धन पर भी काम किया जायेगा. ये मेहमान परिंदे वन और हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. इस पहल का उद्देश्य जल पक्षियों और उनके निवास स्थलों की स्थिति का मूल्यांकन करना और उनके संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाना है.
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