हुसैनगंज (सीवान) : मौसेरे भाई की शादी में शामिल होने की गयी पांच वर्षीय मासूम की मौत की खबर जब परिजनों व मौसा के घरवालों को मिली तो कोहराम मच गया. घर के खुशी का माहौल मातम में बदल गया. मौसा के घर हो रहे मंगलगीत की जगह रोने की आवाज आने लगी. सबसे बुरा हाल मासूम की मां का था.
आंदर थाना क्षेत्र के बलईपुर गांव निवासी विनोद कुमार यादव की पांच वर्षीया पुत्री रविवार को काफी खुश थी. वह सुबह से ही कई ड्रेस को पहन कर देख रही थी कि कौन अच्छा है. क्योंकि उसे मद्धीसलापुर गांव निवासी अपने मौसा दधीवल यादव के पुत्र दयासागर यादव की शादी में शामिल होने जाना था.
शाम को पिता के साथ वह दूल्हा बने अपने मौसेरे भाई के साथ बरात के लिए रवाना हुई. लेकिन उसे क्या पता था कि जिस वाहन में बैठ रही है, वहीं उसके मृत्यु का कारण बनेगी और चालक के हवस का शिकार बन जायेगी. मां तो उस घड़ी को कोस रोये जा रही थी, जब उन्होंने खुशी-खुशी मौसेरे भाई की बरात में शामिल होने के लिए उसे भेजी थी.
बार-बार वह बेटी को याद कर बेसुध हो जा रही थी. उसकी मौसी की हालत भी खराब थी. बहन की स्थिति व बेटी को याद कर वह रोये जा रही थी. पल भर में मौसा के घर मंगल गीतों की जगह रोने व चिल्लाने की आवाजें आने लगीं. इधर, जब मंडप में बैठे दूल्हा दयासागर को इस घटना की जानकारी हुई तो स्तब्ध रह गया. किसी तरह से शादी की रस्में पूरी की गयीं.