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टीबी से मुक्त करने के लिए 122 पंचायतों किया गया चयन

सीवान.जिला यक्ष्मा विभाग ने 2025 में टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए जिले के सभी प्रखंडों से 122 पंचायतों का चयन किया है.इसके लिए सदर व मैरवा प्रखंड के आठ-आठ आठ,,बड़हरिया के सात तथा अन्य सभी प्रखंडों से छह-छह पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने के लिए चयन किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 23, 2024 10:07 PM
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संवाददाता ,सीवान.जिला यक्ष्मा विभाग ने 2025 में टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए जिले के सभी प्रखंडों से 122 पंचायतों का चयन किया है.इसके लिए सदर व मैरवा प्रखंड के आठ-आठ आठ,,बड़हरिया के सात तथा अन्य सभी प्रखंडों से छह-छह पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने के लिए चयन किया गया है.पंचायतों के चयन के बाद लगभग 22 पंचायतों में टीबी मरीजों की संख्या संख्या अचानक बढ़ जाने के कारण उनका छटना तय है.जबकि 66 चयनित पंचायतों में टीबी जांच की दर काफी कम है.जांच दर को बढ़ाने तथा अन्य मानकों की शर्तों को पूरा करने को लेकर सीडीओ डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने सभी स्वास्थ्य केंद्र के पदाधिकारियों एवं इससे जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बैठक कर दिशा निर्देश दिया.चयनित 122 प्रखंडों में वर्तमान में मात्र 32 पंचायत ही टीबी मुक्त होने के सभी छह मानकों को पूरा कर रहें है.चयनित पंचायतों को जनवरी 2025 के प्रथम सप्ताह में टीबी मुक्त होने का दावा करना है. छह मानडंडों को पूरा करने पर पंचायत को किया जाएगा टीबी मुक्त टीबी मुक्त पंचायत का दावा करने वाले पंचायतों में प्रति एक हजार की आबादी में कम से कम 30 व्यक्तियों के स्पुटम की जांच होनी चाहिए. पंचायत में प्रति 1000 पर टीबी मरीजों की संख्या एक या एक से कम होनी चाहिए. पंचायत के लगभग 60% टीबी मरीजों के यूडीएसटी फॉलोअप जांच पूर्ण होने चाहिए.1 जनवरी 2022 से लेकर 31 दिसंबर 2023 तक के 85% टीबी मरीज सफलता पूर्वक क्योर होने चाहिए. पंचायत के सभी टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत राशि प्राप्त होनी चाहिए. इसके अतिरिक्त पंचायत के सभी टीबी मरीजों को निश्चय मित्रों द्वारा सभी मरीजों को गोद लिया होना चाहिए. उपरोक्त सिक्स मानदंडों को पूरा करने के पश्चात प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा 15 जनवरी तक जिला पंचायती राज पदाधिकारी के यहां टीबी पंचायत मुक्त होने का दावा करना होगा. उसके बाद जिला यक्ष्मा पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम द्वारा दावा करने वाले पंचायत की जांच करने के बाद पुरस्कार की अनुशंसा की जाएगी. 2024 में 11 पंचायतों को किया गया था टीबी मुक्त जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि 2025 के लिए 100 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत होने के दावा करने की योजना बनाई गई है.इस साल 11 पंचायत जिनको कांस्य प्रतिमा मिली है,वे सिल्वर प्रतिमा के लिए अगले साल टीबी मुक्त पंचायत होने का दावा करेंगे.उन्होंने बताया कि टीबी मुक्त पंचायत के लिए प्रमाण पत्र एक वर्ष की वैधता के साथ हर साल विश्व टीबी दिवस यानी 24 मार्च को जिला पदाधिकारी द्वारा योग्य ग्राम पंचायतों को जारी किया जाना है.प्रमाणपत्र के साथ महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भी प्रदान की जाएगी.स्वस्थ गांवों के प्रति उनके दृष्टिकोण के प्रतीक के रूप में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होगा.पहली बार टीबी मुक्त का दर्जा बनाये रखने के लिए प्रतिमा कांस्य रंग की होगी. लगातार दो वर्षों तक टीबी मुक्त पंचायत होने पर चांदी का रंग और लगातार तीन वर्षों तक टीबी मुक्त होने पर सोने के रंग की गांधी जी के प्रतिमा पुरस्कार के रूप में मिलेगी. टीबी मुक्त पुरस्कार संबंधित ग्राम पंचायत भवन में प्रदर्शित किया जायेगा.

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