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फर्जी चेक से निकासी करने वाले आठ धराये

सीवान : नगर थाना क्षेत्र के जेपी चौक स्थित इलाहाबाद बैंक से फर्जी चेक द्वारा राशि निकासी मामले का गुरुवार ने पुलिस कप्तान नवीन चंद्र झा ने खुलासा किया. पुलिस कप्तान नवीनचंद्र झा ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले बैंक में रेकी करते थे, बाद में पार्टी की हैसियत जानकर तथा फर्जी बनाकर राशि […]

सीवान : नगर थाना क्षेत्र के जेपी चौक स्थित इलाहाबाद बैंक से फर्जी चेक द्वारा राशि निकासी मामले का गुरुवार ने पुलिस कप्तान नवीन चंद्र झा ने खुलासा किया. पुलिस कप्तान नवीनचंद्र झा ने बताया कि गिरोह के सदस्य पहले बैंक में रेकी करते थे, बाद में पार्टी की हैसियत जानकर तथा फर्जी बनाकर राशि का आरटीजीएस कराते थे.

पुलिस कप्तान ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के श्रद्धानंद बाजार निवासी स्व. अशोक कुमार की पत्नी संगीता देवी के अकाउंट से राशि निकासी के मामले में पुलिस ने आठ अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पीड़िता के एकाउंट से आठ अप्रैल को छह लाख 50 हजार रुपये की निकासी फर्जी चेक पर हस्ताक्षर कर आरटीजीएस कराने में सफल रहे थे.
इधर मामला तब संज्ञान में जब आया बैंक के मैनेजर को आरटीजीएस के बाद शक हुआ. उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी खाता धारक के साथ साथ पुलिस को दी. जिसके बाद बैंक सहित पुलिस अलर्ट हो गयी.
एसपी ने बताया कि दुबारा जब 24 अप्रैल को संगीता देवी के खाता से राशि निकासी के लिए कसेरा टोली निवासी आकाश कुमार और शेख मुहल्ला निवासी साजिद अली बैंक गये तो कर्मियों ने पकड़ कर पुलिस ने हवाले कर दिया. बाद में आकाश और साजिद के निशानदेही पर सरगना के मास्टर माइंड नगर थाना के पुरानी बजाजी निवासी ओमप्रकाश श्रीवास्तव के पुत्र आशीष कुमार श्रीवास्तव को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में ले लिया.
एसपी ने बताया कि इसके बाद धनौती ओपी थाना क्षेत्र के मकरियार गांव निवासी राम एकबाल मांझी के पुत्र नीरज कुमार और दीपक कुमार, हरेराम गुप्ता के पुत्र राजन कुमार, महादेवा ओपी थाना क्षेत्र के रामदेव नगर निवासी पारस चौधरी का पुत्र मनीष कुमार और नगर थाना क्षेत्र के नया किला पटना टोली निवासी कन्हैया प्रसाद गुप्ता के पुत्र दीपू कुमार को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस कप्तान ने बताया कि गिरोह के उद्भेदन के लिए एएसपी कांतेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. टीम में नगर थानाध्यक्ष जय प्रकाश पंडित, तकनीकी शाखा प्रभारी योगेंद्र प्रसाद, एससी एसटी थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह, एसआइ अभिषेक कुमार और तनवीर आलम शामिल थे. मामले में पीड़िता के आवेदन पर पुलिस नगर थाना कांड संख्या 271/19 दर्ज की थी.
प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस कप्तान ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से जाली चेक, कंप्यूटर सेट, पेन ड्राइव, फटे चेक सहित सात मोबाइल बरामद हुआ है. बरामद मोबाइल की जांच पर ज्ञात हुआ कि ये सभी वाट्सएप ग्रुप द्वारा सत्येंद्र नामक किसी व्यक्ति के साथ ये सभी चैट कर रहे थे. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. एक सवाल के जवाब में पुलिस कप्तान नवीनचंद्र झा ने बताया कि पूरे मामले में बैंक कर्मियों की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है.
पुलिस इसकी भी जांच कर रही है. कारण कि 50 हजार के ऊपर की निकासी पर पैन नंबर की जरूरत पड़ती है. जबकि 6.50 लाख की निकासी में इसकी बैंक ने जरूरत महसूस नहीं किया. फर्जी निकासी को पुलिस आइपीएल सट्टा से भी जोड़कर देख रही है. फिलहाल पुलिस सभी आठों अपराधियों को जेल भेज दिया गया है.

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