हर साल टैक्सी स्टैंड से होती है लाखों की वसूली, सुविधा नदारद
महाराजगंज : शहर के राजेंद्र चौक के समीप जिला परिषद की जमीन में टैक्सी स्टैंड है, जिसका टेंडर जिला परिषद लाखों रुपये में करता है. वसूली भी नियमित होती है, लेकिन यात्रियों को स्टैंड में किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. रोजाना काफी संख्या में यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है. स्टैंड में यात्रियों के […]
महाराजगंज : शहर के राजेंद्र चौक के समीप जिला परिषद की जमीन में टैक्सी स्टैंड है, जिसका टेंडर जिला परिषद लाखों रुपये में करता है. वसूली भी नियमित होती है, लेकिन यात्रियों को स्टैंड में किसी प्रकार की सुविधा नहीं है. रोजाना काफी संख्या में यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है. स्टैंड में यात्रियों के लिए नहीं बैठने का जगह है, नहीं पेयजल सुविधा, नहीं शौचालय की व्यवस्था है .
शौच के लिए यात्रियों को बाहर खेत का सहारा लेना पड़ता है. वहीं पानी पीने के लिए बोतल बंद या दुकानदारों के दुकान का इस्तेमाल करना पड़ता . यह केवल यात्रियों की ही नहीं टैक्सी चालकों के साथ भी समस्या है. नगर पंचायत क्षेत्र में राजेंद्र चौक का टैक्सी स्टैंड व्यस्त एरिया है. लेकिन स्टैंड के यात्रियों के लिए सुविधा न के बराबर है. चौराहे पर एक मास्ट लाइट विधायक मद से कई साल पूर्व लगा है. विगत साल मौनिया बाबा मेला में मास्ट लाइट जला था.
मेला सम्पन होने के साथ 10 रोज बाद बंद हो गया, जो आज भी बंद है. वहीं जिला परिषद की भूमि पर स्टैंड के बारे में नगर पंचायत का कहना है कि जिला परिषद टैक्सी स्टैंड का बंदोबस्ती कर लाखों रुपये कमाता है. जबकि जिला परिषद का कुछ कट्ठा जमीन है. अधिकांश स्टैंड का काम नगर पंचायत क्षेत्र का हैं. इस संबंध में नपं इओ अरविंद कुमार ने कहा है कि इस संबंध में हमारी बात डीडीसी से हुई थी. बताया गया कि पूर्व से स्टैंड का डाक जिला परिषद ने किया है.
लेकिन साफ-सफाई से लेकर सभी कार्य नगर पंचायत द्वारा किया जाता है. स्थानीय लोग भी जानते हैं पहले सब कुछ नगर पंचायत क्षेत्र में था. राजेंद्र चौक पर पानी पोस्ट आदि नपं करता है. यात्रियों को बैठने, शौचालय आदि व्यवस्था जरूरी है, लेकिन जिला परिषद की सहमति भी जरूरी है, जहां बाधा उत्पन्न है. इसके लिए वरीय अधिकारी ही समस्या का समाधान निकाल सकते हैं. मैं कार्य करने के लिए तैयार हूं.