सीवान : सारण जिले के मढ़ौरा में 20 अगस्त को हुए एसआइटी के दारोगा मिथिलेश कुमार और सिपाही मो फारुख की हत्या में शामिल कुख्यात अपराधी सूरज सिंह को सीवान पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके पास से एक देसी कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किया है. पुलिस ने सूरज को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली की सारण जिले के जलालपुर थाने के बंसडीला गांव निवासी सूरज सिंह एसआइटी के दारोगा और सिपाही की हत्या के बाद जिले के दरौंदा थाना क्षेत्र में छिपा है. उन्होंने बताया कि इसी सूचना पर एसआइटी टीम ने छापेमारी कर सूरज सिंह को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि सूरज ने स्वीकार किया है कि 20 अगस्त को एसआइटी टीम पर हुए हमले में वह शामिल था. घटना के बाद वह सीवान में आकर छिपा हुआ था.
एसपी ने बताया कि सूरज सिंह छपरा का एक कुख्यात अपराधी है. इस पर लूट और हत्या के कई मामले दर्ज हैं. उसका अपराधिक इतिहास बताते हुए कहा कि सारण के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में जेल जा चुका है. नवंबर 2018 में गरखा थाना क्षेत्र के महम्मदा ओवर ब्रिज के पास राष्ट्रीय उच्च पथ पर टेंपो लूटने के दौरान इसने एक व्यक्ति की हत्या कर दिया था. नवंबर 2018 में ही छपरा शहर में एक एटीएम तोड़कर लूटने का प्रयास किया था. दिसंबर 2018 में गरखा के एनएच 722 पर ग्रैंड लाइन होटल के समीप एक व्यक्ति का यामहा फ्रेजर मोटरसाइकिल और पैन कार्ड आदि लूट लिया था. गड़खा थाने क्षेत्र में मई 2019 में स्टेट बैंक ग्राहक सेवा केंद्र चिंतामन गंज से 45 हजार लूट लिया था. जुलाई 2019 में खैरा थाना क्षेत्र के मढ़ौरा-छपरा मुख्य पथ पर जगदंबा स्टील फर्नीचर के पास एक बाइक सवार को लूट लिया था. उसी दिन रात्रि करीब 8:45 बजे खैरा रेलवे स्टेशन ढाला के पास मोटरसाइकिल लूट में एक व्यक्ति की हत्या कर दिया था. अगस्त 2019 महीने में गड़खा थाना क्षेत्र के एक सीएसपी संचालक से तीन लाख 18 हजार रुपये लूट लिये थे. 20 अगस्त को को एसआईटी के दारोगा और सिपाही हत्याकांड में सहयोग किया था.