व्यवसायी पुत्र का अपहरण, चार घंटे में बरामद

बसंतपुर : मुख्यालय के बिल्डिंग मटेरियल व्यवसायी व थाना क्षेत्र के कोड़र निवासी रामेश्वर प्रसाद के पुत्र युवराज कुमार (7) का अपहरण अपाचे सवार लोगों ने बुधवार की देर शाम कर लिया. घटना की सूचना मिलते ही बसंतपुर थाने की पुलिस छानबीन में जुट गयी व घटना के महज चार घंटे के बाद पुलिस की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2019 6:06 AM

बसंतपुर : मुख्यालय के बिल्डिंग मटेरियल व्यवसायी व थाना क्षेत्र के कोड़र निवासी रामेश्वर प्रसाद के पुत्र युवराज कुमार (7) का अपहरण अपाचे सवार लोगों ने बुधवार की देर शाम कर लिया. घटना की सूचना मिलते ही बसंतपुर थाने की पुलिस छानबीन में जुट गयी व घटना के महज चार घंटे के बाद पुलिस की तत्परता से बच्चे को भगवानपुर थाने के गजियापुर गांव से बरामद कर लिया गया.

साथ ही पुलिस ने घटना में शामिल दो अपहरणकर्त्ताओं को बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया. व्यवसायी रामेश्वर प्रसाद बुधवार की देर शाम मुख्यालय स्थित अपनी दुकान बंद कर अपने घर कोड़र पहुंचे. घर पर अपने बेटे युवराज को नहीं देख परिजनों से पूछा. परिजनों ने युवराज को घर के बाहर खेलने की बात कही. घर के बाहर युवराज को नहीं देख परिजन अगल-बगल व पड़ोस में पूछने लगे.
इसी दौरान पता चला कि उनके ही दुकान पर ट्रेक्टर चलाने वाला चालक व उनका पड़ोसी मंजीत प्रसाद युवराज का हाथ पकड़ कर गांव से बाहर ले गया है. परिजन युवराज को ढूंढने निकले तो पता चला की एक बाइक से ट्रेक्टर चालक मंजीत प्रसाद बच्चे को बैठा कर ले गया है. उसके बाद परिजन मंजीत को ढूंढने लगे व सूचना पुलिस को दिया. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रणधीर कुमार, एसआई अखिलेश कुमार सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली.
कुछ देर बाद चालक मंजीत प्रसाद को पुलिस ने बसंतपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ की. पूछताछ में मंजीत ने घटना के सारे राज खोल दिया. इसके बाद पुलिस मंजीत की निशानदेही व मोबाइल लोकेशन के आधार पर भगवानपुर थाने के गजियापुर गांव में छापेमारी कर विक्की सिंह के घर से युवराज को सकुशल बरामद कर लिया.
पुलिस ने गजियापुर से ही विक्की सिंह को भी बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद पुलिस दोनों अपहरणकर्त्ता को थाने लाई. जहां पूछताछ के क्रम में विक्की सिंह ने बताया कि मुझ पर बहुत कर्ज हो गया है. तब मैंने अपने साथी मंजीत प्रसाद के साथ मिलकर युवराज के अपहरण की साजिश रची. ताकि युवराज के अपहरण के बाद उसके परिजनों से फिरौती के रूप में दस लाख की मांग की जा सके. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.

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