16 राइस मिल संचालकों को नोटिस

बार-बार निर्देश के बावजूद सीएमआर चावल की आपूर्ति में तेजी नहीं आ रही है. इससे नाराज बिहार राज्य खाद्य निगम ने 16 राइस मिल संचालकों को नोटिस थमा दिया है. सभी संचालकों को अविलंब सीएमआर जमा करते हुये 24 घंटे के अंदर अपना जवाब विभाग में प्रस्तुत करना है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 22, 2024 9:42 PM
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संवाददाता, सीवान. बार-बार निर्देश के बावजूद सीएमआर चावल की आपूर्ति में तेजी नहीं आ रही है. इससे नाराज बिहार राज्य खाद्य निगम ने 16 राइस मिल संचालकों को नोटिस थमा दिया है. सभी संचालकों को अविलंब सीएमआर जमा करते हुये 24 घंटे के अंदर अपना जवाब विभाग में प्रस्तुत करना है. अगर ससमय सीएमआर जमा नहीं होता है तो एसएफसी वैसे चिह्नित राइस मिलों को काली सूची में दर्ज करने के लिये जिलाधिकारी को अनुशंसा भी करेगा. बिहार राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक अमरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सीएमआर चावल आपूर्ति करने में हो रही देरी को देखते हुए सोमवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बार-बार विभाग की तरफ से चावल जमा करने को लेकर निर्देश दिया जा रहा है. लेकिन चावल जमा करने को ले धान की मिलिंग करने में अधिकांश संचालक रुचि नहीं दिखा रहे है और चावल जमा करने की अंतिम तिथि भी नजदीक आ गया है. जिला प्रबंधक ने कहा है कि सभी को धान की मीलिंग कराकर ससमय चावल देने को कहा गया है. बार-बार कहने पर भी अभी भी 16 राइस मिल संचालकों के पास निर्गत स्वीकृतादेश के विरूद्ध करीब 78 लॉट चावल फंसा हुआ है. इसमें कई ऐसे संचालक भी है जिन्होंने धान लेने के बाद भी मीलिंग करने में रुचि नहीं दिखा रहे है. सभी का पहले ही स्वीकृतादेश भी जारी कर दिया गया है. उसके बाद भी चावल देने में आनाकानी कर रहे है फोर्टिफाइड सीएमआर जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई एसएफसी के जिला प्रबंधक ने नोटिस जारी करते हुये कहा है कि खरीफ विपर्णन वर्ष 2023-24 अंतर्गत पैक्स-व्यापार मंडलों को फोर्टिफाइड सीएमआर जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक ही निर्धारित है. राज्य खाद्य निगम से निर्गत 78 लॉट स्वीकृत्यादेश के विरुद्ध अब तक सीएमआर जमा नहीं करना एवं सरकार के महत्वाकांक्षी योजना को विफल करने की मंशा को दर्शाता है. सभी को आदेश दिया है कि निर्गत स्वीकृत्यादेश के विरुद्ध अविलंब सीएमआर जमा करे और तय समय के अंदर अपना जवाब दें. जिला प्रबंधक ने सिंह राइस मिल,. देव राइस मिल, किसान राइस मिल, कोल्हुआ इंडस्ट्रीज, पकवलिया पैक्स राइस मिल, हसुआ पैक्स राइस मिल, अनुराग राइस मिल, प्रभू एग्रोटेक इंडस्ट्रीज प्रा.लि., बलउ पैक्स राइस मिल, बिंदवल पैक्स राइस मिल, महुआरी पैक्स राइस मिल, शिला राइस मिल, समृद्धि राइस मिल, करोम पैक्स राइस मिल, मानपुर पतेजी पैक्स राइस मिल और. मिर्जुमाला पैक्स राइस मिल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सबसे अधिक मुरारपट्टी पैक्स का 111 दिनों से बकाया है सीएमआर बताते चले कि जिले में 111 दिन से लेकर 10 दिनों के बीच कटे स्वीकृतादेश का सीएमआर चावल फंसा हुआ है. आदेश जारी होने के बाद भी धान मीलिंग के प्रति रुचि नहीं दिखाया जा रहा है. नौतन प्रखंड के मुरारपट्टी पैक्स 111 दिन, मठिया पैक्स 108, बसंतपुर प्रखंड के राजापुर पैक्स 105, दरौंदा प्रखंड के छेरही पैक्स 105 दिन, लकड़ीनवीगंज प्रखंड के डुमरा पैक्स 104 दिन, महाराजगंज प्रखंड के पटेढ़ा पैक्स 98 दिन,बड़हरिया प्रखंड के सिकंदरपुर पैक्स 91 दिन, दरौंदा प्रखंड के रामगढ़ा पैक्स 91 दिन, हुसैनगंज प्रखंड के पकवलिया पैक्स 84 दिन शामिल है. इसी तरह पचरुखी प्रखंड के सहरौल पैक्स 84 दिन, पपौर पैक्स 83 दिन, जीरादेई प्रखंड के चांदपाली पैक्स 65 दिन, पांडेयपुर पैक्स 76 दिन, सिरसाव पैक्स 76 दिन, रसुलपुर पैक्स 69 दिन, छोटका माझा पैक्स 65 दिन, हड़सर पैक्स 62 दिन पूर्व स्वीकृतादेश जारी हुआ लेकिन अभी तक सीएमआर नहीं दिये है. इसके अलावा अन्य पैक्स और भी शामिल है.

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