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नहीं मिला कंबल, ठिठुर रहे मरीज

ठंड अपने शबाब की ओर बढ़ रही है. सदर अस्पताल में आने वाले मरीज के लिए विभाग के द्वारा अभी तक कोई इंतजाम नहीं किया गया है. इमरजेंसी हो या पुरुष या महिला वार्ड, मरीज अस्पताल के बेड पर ठिठुरते नजर आ रहे थे. अस्पताल प्रशासन ठंड के मौसम में मरीजों को कंबल देने की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2014 10:13 AM
ठंड अपने शबाब की ओर बढ़ रही है. सदर अस्पताल में आने वाले मरीज के लिए विभाग के द्वारा अभी तक कोई इंतजाम नहीं किया गया है. इमरजेंसी हो या पुरुष या महिला वार्ड, मरीज अस्पताल के बेड पर ठिठुरते नजर आ रहे थे. अस्पताल प्रशासन ठंड के मौसम में मरीजों को कंबल देने की बात तो कहता है, पर प्रभात खबर की टीम जब सदर अस्पताल पहुंची, तो बेडों पर न चादर थी न कंबल.
सीवान : अस्पताल परिसर में कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं हुई है. बेड की कमी होने से दो बेडों को जोड़ कर तीन से चार मरीजों को एक साथ रखा जा रहा है. अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अस्पताल में ढाई सौ से अधिक कंबल हैं, उसके बावजूद मरीजों को कंबल नहीं मिलने से उनके बीच आक्रोश देखने को मिल रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इंमरजेसी के मरीजों को कंबल नहीं दिया जाता है और न ही नर्मल डिलिवरी कराने वाले मरीजों को भी रात्रि में कंबल नहीं दिया जाता है.
सीवान : अस्पताल के महिला वार्ड में बेड की कमी होने से एक बेड पर दो मरीजों को रखा गया था. यही नहीं दो बेडों को जोड़ कर चार से अधिक मरीजों को भी रखा गया था. इससे खास कर प्रसव के दौरान हुए ऑपरेशनवाले मरीजों को परेशानी हो रही थी. बेड की कमी के कारण मरीजों के अभिभावक ठंड के मौसम में नवजात शिशुओं को फर्श एक चादर बिछा कर तेल मालिस व दवा पिला रहे थे. वहीं बेडों के नीचे आवारा कुत्ताें का भी अड्डा बन चुका है. इस पर अस्पताल प्रशासन का ध्यान नहीं है. अगर किसी नवजात शिशु के साथ अप्रिय घटना घट जायेगी, इसके बाद ही आवारा कुत्तों के संबंध में अस्पताल प्रशासन की नींद खुलेगी. रोजाना बेडों के नीचे ये आवारा कुत्ते नजर आते हैं.
सुबह के नौ बज कर 55 मिनट हो रहे थे, अस्पताल के महिला वार्ड में चारों तरफ गंदगी फैली हुई थी. जब कैमरा मैन ने गंदगी का फोटो लिया, तो अस्पताल के कर्मियों ने तुरंत पांच मिनट के बाद अफरा-तफरी में किसी तरह महिला वार्ड की सफाई शुरू करायी. उसके बाद भी अस्पताल परिसर में गंदगी का आलम यह था कि पूरी तरह से सफाई नहीं हो सकी. महिला वार्ड में कूड़ेदान भी नहीं था.

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