भाई- बहनों की चीख सुन कर नहीं जागी लोगों की मानवता

फोटो:08: घायल वंदना देवीमार्ग दुर्घटना में घायल होने के बाद सड़क के किनारे कराहते रहे घायल चिकित्सक से इलाज करा कर पैदल ही घर लौट रहे थेएक घंटे बाद जमसिकरी निवासी दीपनारायण ने घायलों को अस्पताल में कराया भरती सीवान. कड़ाके की ठंड में सड़क पर सहायता के लिए दो बहनों सहित भाई कराहता रहा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2014 6:01 PM

फोटो:08: घायल वंदना देवीमार्ग दुर्घटना में घायल होने के बाद सड़क के किनारे कराहते रहे घायल चिकित्सक से इलाज करा कर पैदल ही घर लौट रहे थेएक घंटे बाद जमसिकरी निवासी दीपनारायण ने घायलों को अस्पताल में कराया भरती सीवान. कड़ाके की ठंड में सड़क पर सहायता के लिए दो बहनों सहित भाई कराहता रहा. वाहन की ठोकर से घायल ये सब मदद की गुहार लगा रहे थे. लेकिन एक घंटे तक सड़क पर पड़े रहने के बाद भी स्थानीय लोगों की संवेदना नहीं जागी.आखिरकार राह से गुजरते एक व्यक्ति ने उनकी सुध ली तथा इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया. यह घटना है बुधवार की रात शहर के सूता मिल के समीप की. सूता मिल के कनिष्क विहार मोहल्ले के वंदना देवी,रंजना मिश्रा व अपने भाई अभिनंदन मिश्र के साथ किसी चिकित्सक से इलाज करा कर पैदल ही घर लौट रहे थे.रात आठ बजे पीछे से तेज गति से आ रही बोलेरो चालक तीनों बहन-भाई को ठोकर मारते हुए भाग निकला. बोलेरो के धक्के से तीनांे गंभीर रूप से घायल हो गये. मुख्य मार्ग पर हादसे के बाद ये तीनों सड़क पर कराहते रहे. उनकी चीख-पुकार के बाद भी राह से गुजरते लोगों की मानवता नहीं जागी. ठंड के बीच दर्द से कराहते हुए ये सब मदद की गुहार लगा रहे थे. ऐसे में एक घंटे से अधिक का वक्त गुजर गया.चोट से वंदना अत्यधिक रक्तस्राव होने से अचेत हो गयी. आखिरकार राह से गुजरते जमसिकरी निवासी दीप नारायण सिंह की नजर तड़पते घायलों पर गयी. इस पर दीप नारायण ने तीनों घायलों को अपने चारपहिया वाहन पर लाद कर अस्पताल ले गये, जहां चिकित्सकों ने तत्काल इलाज शुरू किया, जहां हालत बिगड़ने पर परिजनों ने वंदना को शहर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भरती कराया है.

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