महाराजगंज : नगर के नखास चौक पर स्थित एक मकान की खिड़की तोड़ अज्ञात चोरों ने 50 हजार रुपये का समान चुरा लिया.
पीड़ित ने अज्ञात चोरों के खिलाफ स्थानीय पुलिस को एक आवेदन दिया है. बताते चलें कि अनुमंडल क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में जैसे बाढ़ आ गयी है. अभी बाइक चोरी की घटनाएं थमीं भी नहीं थी. चोरों ने बीती रात उम्मत मियां के पुत्र अब्दुल कलाम मियां के घर की खिड़की तोड़ कर अंदर घुस गये और कमरे में रखा लगभग 50 हजार रुपये का सामान उड़ा ले गया. पीड़ित ने स्थानीय पुलिस को आवेदन देकर सामान बरामदगी की गुहार लगायी है.
सीवान : भाई द्वारा भेजे गये पैसे को अगले दिन किसी ने वेस्टर्न यूनियन के सहयोग से निकाल लिया गया. इसका खुलासा तब हुआ, जब अगले दिन वह वेस्टर्न यूनियन से पैसे की निकासी करने पहुंचा. इसके बाद उसने इसकी सूचना भाई को दी. भाई ने दोहा कतर में इसकी शिकायत की.
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि शहर के एक वेस्टर्न यूनियन से पैसे की निकासी की जा चुकी है, जिस पर हस्ताक्षर फर्जी हस्ताक्षर किये गये. इसकी सूचना मिलते पीड़ित का भाई पुलिस के पास मदद की गुहार लगायी है. लेकिन पुलिस मामले को टरकाने में लगी हुई है.
बता दें कि श्रीराम चौहान पिता रामप्रवेश चौहान का पुत्र श्री भगवान चौहान आठ माह पहले दोहा कतर में काम करने गया. वहां दो महीने काम करने के बाद उसने पिता के बैंक एकाउंट में 10 हजार रुपये भेजे, जिसकी निकासी परिजनों ने कर ली.
इसी बीच होली का पर्व आता देख उसने बहन के आइडी पर 40 हजार रुपये दोहा (कतर) से भेजा. परिजन तितरा स्थित एक वेस्टर्न यूनियन पर पहुंचे और पैसे निकासी की बात कही. इस वेस्टर्न यूनियन संचालक ने पैसे न होने की बात कही. एक अप्रैल को सीवान के झगरहवा वर स्थित एक वेस्टर्न यूनियन संचालक से पता किया तो उसने कहा कि पैसे की निकासी हो जायेगी.
इसके बाद जब वह आइडी लेकर जांच की तो पैसे नहीं थे. यह देख श्री भगवान के भाई के होश उड़ गये. पूछने पर संचालक ने बताया कि 30 अप्रैल को ही पैसे की निकासी हो चुकी है. इसके बाद श्रीराम चौहान ने इसकी जानकारी भाई को दी. उसके भाई ने दोहा कतर में शिकायत दर्ज करायी, जहां जांच करते-करते एक माह से अधिक का समय निकल गया. वोटर कार्ड के जरिये पता चला कि किसी अन्य व्यक्ति ने वेस्टर्न यूनियन के सहयोग से पैसे की निकासी कर ली है.
मेन ब्रांच से पता किया तो पता चला सीवान स्थित एक वेस्टर्न यूनियन से निकासी की गयी है. अब जानकारी होने के बाद न्याय के लिए भटक रहे श्रीराम चौहान की बात पुलिस वाले टाल रहे हैं. तीन बार वह शिकायत लेकर टाउन थाने में जा चुका है, लेकिन पुलिस वाले उसकी बात अनसुनी कर दे रहे हैं.