बारिश ने बढ़ायी ठिठुरन, लोग परेशान

सीवान : रविवार को बूंदा-बांदी के चलते ठंड अचानक बढ़ गयी. जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है.सड़कों पर वीरानगी छायी रही. हर कोई ठंड से राहत के लिए आवश्यक इंतजाम करने में लगा रहा. सुबह से ही रिमङिाम बारिश शुरू हो गयी.जिसकी वजह से तापमान गिर कर 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.सड़कों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2014 12:04 PM
सीवान : रविवार को बूंदा-बांदी के चलते ठंड अचानक बढ़ गयी. जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है.सड़कों पर वीरानगी छायी रही. हर कोई ठंड से राहत के लिए आवश्यक इंतजाम करने में लगा रहा. सुबह से ही रिमङिाम बारिश शुरू हो गयी.जिसकी वजह से तापमान गिर कर 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.सड़कों पर निकले लोग भी ठंड के आगे अपने को बेबस पाकर घरों की तरफ निकल पड़े.जिसके चलते मुख्य मार्ग जहां चहल -पहल रहती है,वहां भी वीरानगी दिखी.
रविवार होने के कारण बच्चों के लिए राहत रही, उन्हें कंपकंपाती ठंड में स्कूल जाना नहीं पड़ा. दूसरी तरफ, राहत के लिए लोग अलाव के इंतजाम में लगे रहे. फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले लोग भी काफी परेशान रहे. उधर अब तक मौसम को देखते हुए जरूरतमंदों के लिए प्रशासन के तरफ से पर्याप्त अलाव व गरम कपड़े का इंतजाम नहीं किया गया है.जिसके चलते लोगों में नाराजगी है.
पिछले एक सप्ताह का तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम अधिकतम
7 दिसंबर 13 27
8 दिसंबर 12 27
9 दिसंबर 12 27
10 दिसंबर 13 28
11 दिसंबर 12 28
12 दिसंबर 15 27
13 दिसंबर 15 28
14 दिसंबर 12 27
बूंदा-बांदी से बढ़ी ठंड
महाराजगंज. बूंदा-बांदी के साथ ही रविवार को ठंड फिर बढ़ गयी. ठंड के कारण जन जीवन अस्त -व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा परेशानी वृद्ध और बच्चों को रही है. शहरी क्षेत्र में प्रशासन द्वारा चौक -चौराहों अलाव लगाया जा रहा है. जहां लोग हाथ सेंकते देखे जा रहे हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. ठंड में निमोनिया, डाइरिया, उल्टी,भूख कम लगना, तेज बुखार आदि की आशंका बढ़ जाती है.
कैसे करें बचाव : शहर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मनोहर सौरभ कुमार ने बताया कि बच्चे को गर्म कपड़े, टोपी, मोजा आदि पहना कर रखना चाहिए. साथ ही, गरम दूध, उबाला हुआ पानी, सुपाचय भोजन देना चाहिए. मां को चाहिए की सर्दी, खांसी से पीड़ित लोगों से बच्चों को दूर रखें. वहीं नवजात बच्चों को भी जन्म लेते ही गरम वस्त्र में रखना अति आवश्यक है.
खेती का कार्य बाधित
बड़हरिया . ठंड व कोहरे के चलते आम जनजीवन अस्त -व्यस्त हो गया है. रविवार को आमतौर पर बाजारों में भीड़ देखी जाती है, लेकिन ठंड की वजह से सड़कों पर कम चहल पहल नजर आयी.कड़ाके की ठंड में अलाव का प्रशासनिक स्तर पर कोई इंतजाम न होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ठंड के कारण गेहूं की बोआई पर भी असर पड़ा है, वहीं आलू की फसल पर झुलसा रोग का खतरा मंडराने लगा है. खेतों में नमी के कारण गेहूं का बीज डालना संभव नहीं हो पा रहा है.
गरम कपड़ों की बढ़ी मांग : ठंड का असर गरम कपड़ों के बाजार पर भी दिखने लगा है. बड़हरिया बाजार, करबला बाजार, लकड़ी बाजार, कैलगढ़, चांड़ी, दीनदयालपुर, हरदो बारा समेत छोटे- बड़े बाजारों में गरम कपड़ों के खरीदारों की संख्या अचानक बढ़ गयी है.जबकि एक पखवारा पूर्व तक इन दुकानों पर ग्राहकों की संख्या कम होने से कारोबारी निराश थे.
क्या कहते हैं लोग
ठंड व कुहासे के कारण बिक्री पर प्रतिकूल असर पड़ा है. ग्राहक घर छोड़ कर आने में परेशानी महसूस कर रहे हैं.
बंधु साह, दुकानदार
ठंड व कुहासे का असर फसल पर पड़ा है.आलू में झुलसा रोग हो जायेगा. जिससे फसल बरबाद हो जायेगी. गेहूं की बोआई नहीं हो पायेगी. इससे किसानों को भारी क्षति होने की आशंका है.
नवल किशोर सिंह, किसान
ठंड व कुहासे के कारण ऊनी कपड़ों की बिक्री बढ़ गयी है. शाल,स्वेटर के साथ ही जैकेट व कंबल आदि की बिक्री में इजाफा हुआ है.
नंद किशोर साह, कपड़ा व्यवसायी
अंडे की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. ठंडक इसी तरह रही, तो अंडे की बिक्री में भारी इजाफा होगा.जिस घर में अंडा दर्जन में जाता था, उस घर में अब अंडा ट्रे में जाने लगा है.
मसरूल इस्लाम
अंडा कारोबारी

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