एक ही कमरे में चल रहा है मकतब

* प्रधानाध्यापक व पंचायत शिक्षक करते हैं बीएलओ का कार्य ।। मुर्शीद आलम ।। लकड़ी नबीगंज : प्रखंड के ग्राम पंचायत राज खवासपुर में राजकीय प्राथमिक मध्य विद्यालय (मकतब) की स्थापना 1931 में ग्रामीणों द्वारा करायी गयी. मकतब में पढ़ कर लोग बूढ़े हो गये, लेकिन आज तक इस मकतब में एक ही कमरा है, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2013 1:37 AM

* प्रधानाध्यापक पंचायत शिक्षक करते हैं बीएलओ का कार्य

।। मुर्शीद आलम ।।

लकड़ी नबीगंज : प्रखंड के ग्राम पंचायत राज खवासपुर में राजकीय प्राथमिक मध्य विद्यालय (मकतब) की स्थापना 1931 में ग्रामीणों द्वारा करायी गयी. मकतब में पढ़ कर लोग बूढ़े हो गये, लेकिन आज तक इस मकतब में एक ही कमरा है, वह भी जर्जर स्थिति में. मजबूरन छात्रछात्राएं खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर है. वर्षा आने पर सभी छात्र घर चले जाते हैं.

इस मकतब में पांच पंचायत शिक्षक हैं,जिनमें मो अमानुल्लाह प्रधानाध्यापक एवं बीएलओ बूथ संख्या 202 का कार्य करते हैं, दूसरे पंचायत शिक्षक मो. समीउल्लाह बूथ 203 का बीएलओ का कार्य करते है तीसरे पंचायत शिक्षक मो. नजीबुल्लाह बूथ संख्या 201 का बीएलओ का कार्य करते हैं.

मकबत के नाम से लगभग चार डिसमिल 23 धुर जमीन खतीयान में दर्ज है, जबकि मकतब का जर्जर भवन मात्र पांच धुर में स्थित है बाकी मकतब की जमीन का गांव के ही लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है. मकतब का भवन बनाने के लिए कितनी बार सर्वशिक्षा अभियान सीवान से पैसा मकतब के प्रधानाध्यापक को उपलब्ध कराया गया, लेकिन भूमि के अतिक्रमण की वजह से भवन नहीं बन पाया और भवन का पैसा वापस कर दिया गया.

मकतब की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए कई बार अंचलाधिकारी से गुहार लगायी गयी, मगर कोई कार्रवाई आज तक नहीं हुई. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक तरफ बिहार सरकार नये प्राथमिक विद्यालय खोल रही है, वहीं दूसरी तरफ पुराने विद्यालयों की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है. प्रधानाध्यापक मो अमानुल्लाह सिद्दीकी का कहना है कि हमलोग पंचायत शिक्षक है. कोई प्रधानाध्यापक नहीं रहने के कारण में प्रभार में हूं.

हम सभी शिक्षक पठनपाठन के लिए है, विद्यालय की भूमि का अतिक्रमण हटाने के लिए नहीं है. लोग कुछ कहने पर मारपीट करने के लिए तैयार हो जाते हैं.

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