प्रतियोगी परीक्षाओं में ग्रुप स्टडी व डिस्कशन से होगा कौशल का विकास

सीवान . शहर सहित पूरे जिले में बिहार लोक सेवा आयोग व बिहार एसएससी द्वारा आगामी दिनों में होनेवाली परीक्षाओं की तैयारी के सिलसिले में अभ्यर्थी जी-जान से जुटे हुए हैं. इस कार्यक्रम में ग्रुप डिस्कशन व ग्रुप स्टडी की भी मदद ले रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि खुली चर्चा व विस्तृत विश्लेषण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2014 5:03 PM

सीवान . शहर सहित पूरे जिले में बिहार लोक सेवा आयोग व बिहार एसएससी द्वारा आगामी दिनों में होनेवाली परीक्षाओं की तैयारी के सिलसिले में अभ्यर्थी जी-जान से जुटे हुए हैं. इस कार्यक्रम में ग्रुप डिस्कशन व ग्रुप स्टडी की भी मदद ले रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि खुली चर्चा व विस्तृत विश्लेषण किया जाये,तो सेल्फ स्टडी का सबसे कारगर तरीका सिद्ध होगा. अभ्यर्थियों से बात करने पर लग रहा है कि वे जानकारी के आदान-प्रदान, प्रश्नों के विश्लेषण और उसके पैटर्न को समझने के लिए ग्रुप बना कर पढ़ाई करने पर जोर दे रहे हैं.छिपे अयाम होते है स्पष्टतैयारी में लगे छात्र यह स्वीकार कर रहे है कि ग्रुप बना कर तैयारी करने से कई छिपे हुए तथ्य स्पष्ट हो जाते हैं, जिन पर सामान्यत: नजर नहीं जा पाती. ग्रुप बना कर संबंधित टॉपिक पर खुली चर्चा करने से उस टॉपिक का कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाता है. खुली चर्चा से होता है फायदायदि ग्रुप स्टडी स्वस्थ माहौल में होती है, तो उचित रहता है. इसमें कभी- कभी विकार भी हो जता है तथा गपशप की दिशा में ग्रुप डिस्कशन चला जाता है, जिससे सावधान रहने की आवश्यकता है. ग्रुप डिस्कशन यदि सही तरीके से हो, तो उससे बहुत लाभ हो सकता है. संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा दे चुके सत्यप्रकाश दास व गणेश दत्त का मत है कि ग्रुप डिस्कशन में गंभीर अभ्यर्थियों को शामिल कराना चाहिए.

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