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कई मायनों में उपलब्धियों भरा रहा बीता वर्ष

बड़हरिया प्रखंडसंत सम्मेलन रहा ऐतिहासिक धार्मिक जुलूस पर पथराव से बढ़ा तनाव डकैती व चोरी की घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर उठते रहे सवालबड़हरिया . वर्ष 2014 प्रखंड के राजनीतिक, सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक मामलों में कई मायनों में उतार-चढ़ाव वाला वर्ष साबित हुआ. जहां तक साहित्यिक गतिविधियों का सवाल है, तो प्रखंड के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2014 5:02 PM

बड़हरिया प्रखंडसंत सम्मेलन रहा ऐतिहासिक धार्मिक जुलूस पर पथराव से बढ़ा तनाव डकैती व चोरी की घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर उठते रहे सवालबड़हरिया . वर्ष 2014 प्रखंड के राजनीतिक, सामाजिक, साहित्यिक व धार्मिक मामलों में कई मायनों में उतार-चढ़ाव वाला वर्ष साबित हुआ. जहां तक साहित्यिक गतिविधियों का सवाल है, तो प्रखंड के पहाड़पुर में 24 नवंबर को ऑल इंडिया कवि सम्मेलन सह मुशायरा व पांच दिसंबर को महबूब छपरा में ऑल इंडिया मुशायरा सह कवि सम्मेलन का गवाह बना. वहीं पांच व छह दिसंबर को प्रखंड मुख्यालय के रामजानकी मठ में विराट संत सम्मेलन व धर्म संसद का आयोजन ऐतिहासिक रहा. राजनीतिक उठा-पटक की बात करें, तो इस वर्ष अक्तूबर में प्रमुख किरण कुमारी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का पारित न होना महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है. उसके बाद एक नाटकीय घटना क्रम में उपप्रमुख अभिषेक कुमार का इस्तीफा व फहीम आलम का उपप्रमुख की कुरसी पर काबिज होना भी महत्वपूर्ण है. वहीं छह सितंबर को धार्मिक जुलूस के दौरान पत्थरबाजी व करबाला बाजार की दुकानों में तोड़-फोड़ कर उन्माद फैलाने की कोशिश की गयी. लेकिन प्रबुद्धजनों की सजगता व प्रशासनिक मुस्तैदी से मामला शांत हो गया. वहीं 26 दिसंबर की रात में हुई भीषण डकैती ने पुलिस प्रशासन फिर से चुनौती पेश कर दी. हालांकि नवंबर में बाजार की कई दुकानों में लगातार होती रही चोरी की घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया लगा दिया है.

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