दरौंदा (सीवान) : रविवार को सड़क दुर्घटना में मृत युवक का पोस्टमार्टम समय से नहीं होने से नाराज ग्रामीणों व परिजनों ने सोमवार को जम कर उत्पात मचाया. उन्होंने मृत युवक का शव रख दरौंदा–छपरा मार्ग को अवरुद्ध कर दिया और प्रशासन विरोधी नारे लगाने लगे. मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष से नाराज लोगों की कहासुनी हो गयी.
मामला हाथापाई तक आ गयी. बाद में किसी तरह पुलिस ग्रामीणों से शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया. इधर, करीब डेढ़ घंटे सीवान–छपरा मार्ग जाम रहने से घटनास्थल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं. बताते चलें कि कोथुआ सारंगपुर गांव निवासी श्रीराम मांझी के पुत्र राम सकल मांझी राजमिस्त्री का काम करता था.
रविवार को बाइक से मांझी किसी कार्य से गया हुआ था. दोपहर में वह मांझी से घर लौटा था. अभी वह स्थानीय स्टेशन के समीप पहुंचा ही था कि बाइक पर से नियंत्रण खो दिया और साइकिल सवार को धक्का मारते हुए सड़क के किनारे खड़ी जीप से जा टकराया. इस घटना में उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. इधर, ग्रामीणों ने उसे आनन–फानन में अस्पताल पहुंचाया.
कुछ घंटे बाद पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और शव को अपने कब्जे में ले लिया. सोमवार की सुबह तक पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम नहीं कराये जाने से ग्रामीण व परिजन आक्रोशित हो गये. उन्होंने शव को अपने कब्जे में ले लिया और फिर सीवान–छपरा मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. देखते–ही–देखते दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गयीं.
इधर, चक्का जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे थानाप्रभारी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग नहीं माने. इसी बीच किसी बात को लेकर ग्रामीणों व थानाप्रभारी के बीच कहासुनी हो गयी.
काफी प्रयास के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इधर, युवक की मौत के बाद उसके परिजनों का रो–रो कर बुरा हाल है. मृतक की पत्नी सविता देवी तो बार–बार पति को याद कर बेसुध हो जा रही थी. यही हाल मृतक के दो पुत्र संदीश कुमार, प्रिंस कुमार व पुत्री लक्ष्मी कुमारी का है.