बड़हरिया(सीवान) : मुख्यमंत्री पोशाक योजना प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. जिसके चलते स्कूल -कॉलेज में छात्र-छात्राओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. इसके चलते निजी स्कूल -कॉलेजों की तरह सरकारी स्कूल-कॉलेजों की छात्राएं भी स्कूल ड्रेस में स्कूल जा रही हैं.
लेकिन, शिक्षा विभाग कि लापरवाही व उदासीनता व जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के कारण प्रखंड के चारों कॉलेज क्रमश: बीएसबी आंबेडकर कॉलेज बड़हरिया, डीसी इंटर कॉलेज बड़हरिया, अजीत कुमार सिंह इंटर कॉलेज, पल्टूहाता पुरैना व रामरती देवी इंटर कॉलेज चौकीहसन की छात्राएं गत दो सत्रों से मुख्यमंत्री पोशाक योजना के लाभ से वंचित हैं.
इससे जहां छात्राओं में मायूसी है, वहीं अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त है. सत्र 2010-12 में आंबेडकर कॉलेज बड़हरिया व डीसी इंटर कॉलेज बड़हरिया की 11वीं व 12 वीं की छात्राओं को पोशाक योजना व छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिला था. लेकिन, उसके बाद इन कॉलेजों की छात्राओं को इन योजनाओं का लाभ मिलना बंद हो गया है.
इस वर्ष भी प्रखंड के चारों कॉलेजों की छात्राओं को इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. बताया जाता है कि सत्र 2011-12 की छात्राओं को ड्रेस का पैसा मिला था, लेकिन सत्र 2012-13 , 2013-14 व 2014-15 की छात्राओं को पोशाक योजना की राशि नहीं मिली है. वामपंथी नेता कमालुदीन अहमद का मानना है कि बड़हरिया प्रखंड परिक्षेत्र की बेटियों को उनके अधिकारों से वंचित करना कतई मुनासिब नहीं है. श्री अहमद ने जिला पदाधिकारी से इस दिशा में सकारात्मक पहल करने की मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना की राशि मिलने से बच्चियों का मनोबल बढ़ेगा.
वहीं कांग्रेस के प्रदेश संगठन सचिव रिजवान अहमद का कहना है कि बड़हरिया प्रखंड परिक्षेत्र के विभिन्न वित्तरहित इंटर कॉलेज की छात्राओं को पोशाक योजना का लाभ नहीं मिलना, यहां की छात्राओं की हकमारी है. श्री अहमद का कहना है कि जब स्वयं जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा आंबेडकर कॉलेज बड़हरिया की 787 छात्राओं का पंजीकरण इंटर के लिए किया गया व उनका फॉर्म भी जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से भरा जा रहा है. तो इन छात्राओं को पोशाक राशि दे देना चाहिए. साथ ही अन्य इंटर कॉलेजों की छात्राओं को भी पोशाक राशि का लाभ मिलना चाहिए.
श्री अहमद कहते हैं कि कॉलेज प्रबंधन से शिक्षा विभाग को नाराजगी हो सकती है. लेकिन, इन छात्राओं से नहीं होना चाहिए. इनका क्या कसूर है कि इनको पोशाक योजना के लाभ से वंचित किया जा रहा है.
क्या कहते हैं बीइओ : प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अजीत कुमार कहते हैं कि इन छात्राओं के लिए पोशाक योजना की राशि नहीं आ पायी है. इस लिए इन छात्राओं को पोशाक योजना की राशि नहीं मिल पायी है. श्री कुमार कहते हैं कि वित रहित कॉलेज प्रबंधन को सीधे जिले में डिमांड भेजने का प्रावधान है यदि प्रबंधन डिमांड नहीं भेजा होगा तो पोशाक राशि नहीं आयी होगी.