कैसे हो सिंचाई
महाराजगंज : सूबे की सरकार द्वारा किसानों के विकास के लिए रोड मैप तैयार किया गया है. बिहार के 80 फीसदी किसान खेती पर निर्भर हैं. सरकार द्वारा सिंचाई के लिए राजकीय नलकूप लगाये गये हैं. मगर अधिकतर नलकूप शोभा की वस्तु बने हुए हैं. महाराजगंज, भगवानपुर,बसंतपुर, लकड़ीनबीगंज में 36 नलकूप हैं, जिनमें मात्र तीन […]
महाराजगंज : सूबे की सरकार द्वारा किसानों के विकास के लिए रोड मैप तैयार किया गया है. बिहार के 80 फीसदी किसान खेती पर निर्भर हैं. सरकार द्वारा सिंचाई के लिए राजकीय नलकूप लगाये गये हैं.
मगर अधिकतर नलकूप शोभा की वस्तु बने हुए हैं. महाराजगंज, भगवानपुर,बसंतपुर, लकड़ीनबीगंज में 36 नलकूप हैं, जिनमें मात्र तीन नलकूप ही चालू हैं. वहीं चालू नलकूपों से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचने के लिए समुचित नाले की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण चालू ट्यूबवेल से भी किसान फायदा नहीं उठा पा रहे हैं.
महाराजगंज प्रखंड में नवार्ड फेज-11 में सात नलकूप हैं व राजकीय छह हैं. वहीं मात्र एक नलकूप महाराजगंज प्रखंड के जिगरावां में कार्य करता है़ अन्य किसानों को निजी पंपसेट का सहारा लेना पड़ता है़
वहीं बंद पड़े नलकूपों को चालू करने की चिंता न स्थानीय प्रतिनिधियों को है और न ही विभाग को और न नावार्ड को़ वहीं भगवानपुर प्रखंड में नावार्ड द्वारा लगाये 12 नलकूप हैं. जिसमें मोरा, चकिया, राजापुर, गांव के स्टेट ट्यूबवेल को चलाने के लिए ट्रांसफॉर्मर लगे हैं. बाकी नौ नलकूप चालू होने के इंतजार में है़ बसंतपुर प्रखंड में नावार्ड फेज-11 के अंतर्गत दो नलकूप हैं.
वहीं राजकीय नलकूप चालू है, लेकिन नाला की व्यवस्था के नहीं होने के कारण किसान पटवन नहीं कर पाते.लकड़ीनबीगंज प्रखंड में नावार्ड फेज-11 के अंतर्गत सात नलकूप हैं. राजकीय नलकूप दो हैं, जिसमें एकमात्र मुसेहरी गांव में नलकूप चालू है़
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में लघु सिंचाई विभाग के एसडीओ के मोबाइल 9504097982 पर बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि नलकूपों को चालू करने के लिए सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखा गया है़ आदेश व राशि प्राप्त होने पर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जायेगा़
विनय कुमार, एसडीओ (सिंचाई विभाग)