668 छात्र-छात्राओं के लिए छह शिक्षक

फोटो. 05, जर्जर अवस्था में विद्यालय भवन06 करकटनुमा भवन महाराजगंज. छात्रों को शिक्षा सुलभ कराने के लिए प्रखंड के कर्णपुरा गांव में राहुल उच्च विद्यालय की स्थापना सन् 1967 में की गयी. विद्यालय का करकटनुमा भवन जर्जर स्थिति में है. जर्जर करकट के नीचे छात्र दो सत्र में शिक्षा ग्रहण करते हैं. विद्यालय में कमरों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2015 8:02 PM

फोटो. 05, जर्जर अवस्था में विद्यालय भवन06 करकटनुमा भवन महाराजगंज. छात्रों को शिक्षा सुलभ कराने के लिए प्रखंड के कर्णपुरा गांव में राहुल उच्च विद्यालय की स्थापना सन् 1967 में की गयी. विद्यालय का करकटनुमा भवन जर्जर स्थिति में है. जर्जर करकट के नीचे छात्र दो सत्र में शिक्षा ग्रहण करते हैं. विद्यालय में कमरों का घोर अभाव है. वहीं शिक्षकों की भी कमी विद्यालय में बतायी जाती है. विद्यालय की प्रधानाध्यापिका कुमारी वीणा देवी का कहना है कि उच्च विद्यालय में 668 छात्र-छात्राएं नामांकित है. छ: शिक्षक, एक प्रधानाध्यापक, एक लिपिक कार्यरत है. विद्यालय में 11 शिक्षकों की आवश्यकता है. कमरों व शिक्षकों का अभाव है. कमरों व शिक्षकों के लिए वरीय पदाधिकारियों को कई बार लिखा गया. मगर कोई जवाब नहीं मिला, नहीं विद्यालय को उपलब्धि प्राप्त हुई. विद्यालय बाउंडरी नहीं है. प्रयोगशाला, कॉमन रूम नहीं है. शौचालय व चापाकल की भी कमी है. छात्र-छात्राओं को अकस्मात स्थिति में स्कूल से बाहर जाना पड़ता है. बाधित है विकास कार्यविकास कार्यों पर जब प्रधानाध्यापिका से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि विद्यालय प्रबंधन कमेटी का अध्यक्ष विधायक होता है. पूर्व विधायक दामोदर सिंह के मृत्यु के बाद विद्यालय में प्रबंधन कमेटी का गठन नहीं किया गया है. जिसके कारण विकास कार्य बाधित है. क्या कहते हैं डीइओविद्यालयों में भवन और शिक्षकांे की कमी के बारे में विभाग में लिखा गया है. आदेश मिलते ही कोई कदम उठाया जायेगा. महेशचंद पटेल, डीइओ सीवान

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