शिक्षक की नौकरी तो मिली, पर नहीं मिला 32 माह से वेतन

भुखमरी के कगार पर हैं गोरेयाकोठी प्रखंड के 20 शिक्षकप्राधिकार के आदेश पर 2012 में बहाल हुए थे शिक्षकसीवान: जिले के गोरेयाकोठी प्रखंड में बहाल करीब 20 पंचायत शिक्षकों को करीब 32 माह से मानदेय नहीं मिलने से उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति आ गयी है.मानदेय भुगतान के लिए शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2015 5:03 PM

भुखमरी के कगार पर हैं गोरेयाकोठी प्रखंड के 20 शिक्षकप्राधिकार के आदेश पर 2012 में बहाल हुए थे शिक्षकसीवान: जिले के गोरेयाकोठी प्रखंड में बहाल करीब 20 पंचायत शिक्षकों को करीब 32 माह से मानदेय नहीं मिलने से उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति आ गयी है.मानदेय भुगतान के लिए शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से लेकर जिले के तमाम पदाधिकारियों से गुहार लगायी, लेकिन उन्हें मानदेय नहीं मिला. 2008 में शिक्षक पद के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की 2012 में प्राधिकार के आदेश पर पूरे जिले में बहाली हुई थी. जिले के 19 प्रखंडों में प्राधिकार के आदेश पर बहाल ज्यादातर शिक्षकों का मानदेय मिल रहा है. जबकि गोरेयाकोठी में 20 शिक्षकों के मानदेय भुगतान करने की प्रक्रिया ही शुरू ही नहीं हुई है. सभी शिक्षक नियमित रूप से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. इसके बाद भी उन्हें मानदेय नहीं मिल रहा है. मानदेय भुगतान नहीं होने पर कई शिक्षकों ने जिला प्राधिकार में मानदेय भुगतान करने के लिए गुहार लगायी है. बताया जाता है कि प्राधिकार ने डीपीओ से इस संबंध में कारण पृच्छा किया है. इसके आलोक में डीपीओ ने भी बीइओ से मानदेय भुगतान नहीं होने का कारण पूछा है. इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रास बिहारी दूबे ने बताया कि प्रखंड के करीब 20 शिक्षकों का नियोजन इकाई ने बहाली करने के बाद कागजात नहीं भेजा है. इसके कारण उन शिक्षकों का मानदेय भुगतान नहीं हो रहा है. उन्होंने बताया कि कई बार पत्र के द्वारा नियोजन इकाइयों से कागजात की मांग की गयी है.

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