बच्चे पूछ रहे पापा को क्या हुआ

सीवान : शहर के गुलजार बाजार में दिनदहाड़े हुई अंधाधुंध फायरिंग की घटना में घायल टिंकू सिंह की इलाज के क्रम में शनिवार को पटना में मौत हो गयी. गुरुवार को गुलजार बाजार में हुए अंधाधुंध फायरिंग में टिंकू गंभीर रूप से घायल हो गया था.जैसे ही उसकी मौत की खबर उसके पैतृक गांव रेनुआं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 23, 2015 2:13 AM
सीवान : शहर के गुलजार बाजार में दिनदहाड़े हुई अंधाधुंध फायरिंग की घटना में घायल टिंकू सिंह की इलाज के क्रम में शनिवार को पटना में मौत हो गयी. गुरुवार को गुलजार बाजार में हुए अंधाधुंध फायरिंग में टिंकू गंभीर रूप से घायल हो गया था.जैसे ही उसकी मौत की खबर उसके पैतृक गांव रेनुआं और वर्तमान आवास नगर के दक्षिण टोला पहुंची, वहां मातम पसर गया.
वहीं शनिवार की देर शाम टिंकू का शव उसके दक्षिण टोला स्थित निवास पर लाया गया. उसकी पत्नी और मां व उसके भाई-भाभी एवं अन्य परिजनों का रो- रो कर बुरा हाल था. उसके दोनों अबोध बच्चों की निगाहें मानों पूछ रही थीं, कि पापा कहां हैं. शनिवार की देर रात टिंकू का अंतिम संस्कार कंधवारा घाट पर कर दिया गया. मुखागिA तीन वर्षीय बड़े बेटे ने दी.
भाइयों में सबसे छोटा था टिंकू : हुसैनगंज के रेनुआ गांव निवासी स्व. राजेश्वर सिंह का पुत्र टिंकू अपने चार भाइयों में सबसे छोटा था. स्व. सिंह का पूरा परिवार काफी समय पूर्व से पैतृक गांव रेनुआ में न रह कर स्टेशन के नजदीक दक्षिण टोला में रहता है. टिंकू पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज थे. इधर, वह जमीन के व्यवसाय में जुड़ा था और गुलजार बाजार का फिरोज सांई उसका साझीदार था. फिरोज और टिंकू की दोस्ती काफी चर्चा में रही. मालूम हो कि फिरोज के घर पर ही गोलीबारी में टिंकू बुरी तरह घायल हो गया था.
चार वर्ष पूर्व हुई थी शादी : टिंकू की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी, उसके बाद उसने अपराध की दुनिया से अपने को अलग करना शुरू कर दिया. इधर, वह दिल्ली में ट्रेवल एजेंसी का काम में लगा था. अधिकतर समय वह दिल्ली में ही रहता था. उसका यह धंधा दिल्ली में जम चुका था. सीवान से उसका नाता काफी कम हो गया था. संभवत: किसी समारोह में शामिल होने के लिए अपने घर आया था. इसी बीच यह घटना हो गयी. टिंकू के दो मासूम बच्चे हैं.

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