गुठनी : स्थानीय गुठनी चौक पर गुठनी – मेहरौना रोड में विद्यालय गेट व कोचिंग संस्थानों के आगे बालू लदे भारी वाहनों को खड़ा कर खरीद – बिक्री करने के कारण दुर्घटनाएं बढ़ गयी हैं. इससे छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चौक से 200 मीटर तक बालू लदे ट्रकों की अहले सुबह से 10 बजे तक कतार लगी रहती है. इसी समय छात्र -छात्राएं कोचिंग व स्कूल को जाते हैं. चार -पांच कोचिंग संस्थान भी इसी क्षेत्र में हंै.
बालू लदे ट्रकों के कारण दुकानदारों को भी काफी परेशानी होती है. इस संबंध में सीओ रामवचन राम व थानाध्यक्ष चंद्रप्रकाश को स्थानीय लोगों ने शिकायत की है. मगर इन अधिकारियों द्वारा अब तक संज्ञान में नहीं लिया गया. शुक्रवार को एक छात्र रोड से स्कूल में प्रवेश करते समय एक वाहन की चपेट में आ गया था. हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आयी, लेकिन कभी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. गुठनी क्षेत्र में पिछले दो महीनों के दौरान चार दुर्घटनाओं में चार की मौत हो चुकी है.
* क्या कहते हैं लोग
बालू लदे ट्रकों के चलते हम लोगों को रोड से स्कूल की तरफ जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कभी- कभी तो कई बार हम लोगों को दुर्घटना का सामना भी करना पड़ता है.
चंद्रमा कुमार, छात्र , लोकमान्य तिलक उच्च विद्यालय, गुठनी
ट्रक दुकानों के आगे खड़े होने के कारण लोगों को पता ही नहीं चलता है कि दुकान कहां है. यदि दुकान का पता लग भी जाये, तो दुकान की तरफ जाने में दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
डॉ रमेश चंद्र कुशवाहा, होमियोपैथिक चिकित्सक, गुठनी
गुठनी चौराहा से तेनुआ तक 400 मीटर के दायरे में घनी आबादी है. 200 मीटर में ही कोचिंग सेंटर, कंप्यूटर सेंटर तथा हाइस्कूल हैं. भारी वाहनों के चलते बच्चों को कोचिंग व स्कूल जाते समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
राम एकबाल यादव, कोचिंग संचालक
बालू लदे ट्रकों की लंबी कतार के कारण जाने में कठिनाई होती है. वहीं बालू से टपकते पानी से रोड पर कचरा लगा रहता है. यात्रियों को फिसल कर गिरने की भी आशंका बनी रहती है. घनी आबादी वाला क्षेत्र होने के चलते दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है.
शंभु चौधरी, स्थानीय निवासी
* क्या कहते हैं अधिकारी
इन लोगों को कई बार मना किया गया है. साथ ही थानाध्यक्ष को भी कार्रवाई के लिए निर्देश दिया गया है. इस संबंध में सीवान डीटीओ को भी सूचित किया जा रहा है.
रामवचन राम, अंचलाधिकारी, गुठनी