श्री रामकथा मानवीय मूल्यों का संग्रह : शास्त्री

फोटो- 25 प्रवचन करतीं रश्मि शास्त्री.सीवान. श्रीराम कथा समय व्यतीत करने का साधन नहीं बल्कि चित्त की विकृतियों को दूर करने का सर्वोतम साधन है. श्री राम कथा समस्त मानवीय मूल्यों का संग्रह है, जिसे श्रवण कर लेने मात्र से व्यक्ति का कल्याण निश्चित है. उक्त बातें स्थानीय गांधी मैदान में श्री राम जन्मोत्सव के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 22, 2015 8:03 PM

फोटो- 25 प्रवचन करतीं रश्मि शास्त्री.सीवान. श्रीराम कथा समय व्यतीत करने का साधन नहीं बल्कि चित्त की विकृतियों को दूर करने का सर्वोतम साधन है. श्री राम कथा समस्त मानवीय मूल्यों का संग्रह है, जिसे श्रवण कर लेने मात्र से व्यक्ति का कल्याण निश्चित है. उक्त बातें स्थानीय गांधी मैदान में श्री राम जन्मोत्सव के अवसर पर राम कथा का संगीतमय वर्णन करते हुए मानस विदूषी श्री मति रश्मि शास्त्री ने कहीं. उन्होंने रामकथा के माध्यम से बताया कि बाहरी सौंदर्य छलावा है, जबकि आत्म सौंदर्य से स्थायित्व की प्राप्ति होती है. शबरी का सौंदर्य आत्म था, जिसके कारण प्रभु श्री राम वशीभूत हो गये. वहीं सूपर्णखा का सौंदर्य छलावा था, जिसके नाक- कान काट दिये गये. उन्होंने शिव पार्वती प्रसंग के माध्यम से बताया कि श्री राम कथा रूपी सरोवर में डुबकी लगा लेने से पर लोक की प्राप्ति हो जायेगी. जौनपुर से पधारे राष्ट्रवादी कथा वाचक पं दिनेश मिश्र ने कहा कि विकृति से संस्कृति में परिवर्तन करने का प्रयास ही सत्संग है. उन्होंने बताया कि परिवार में फूट व समाज में टूट से बचने के लिए राम कथा का श्रवण, चिंतन व मनन परम आवश्यक है. आरके ओझा ने भी श्रीराम कथा के महत्व पर प्रकाश डाला. मंच का संचालन समिति के अध्यक्ष वरीय अधिवक्ता पंडित रामदयाल तिवारी ने किया.

Next Article

Exit mobile version