बिहार का रहा है गौरव शाली इतिहास
फोटो: 23 प्रभातफेरी को हरी झंडी दिखा कर रवाना करते प्राचार्य. सीवान . बिहार दिवस के अवसर पर जिले के शिक्षण संस्थानों में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कहीं प्रभातफेरी निकाली गया ,तो कही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. शहर के डीएवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रभातफेरी निकाली गयी. नेतृत्व एनसीसी पदाधिकारी केपी गोस्वामी ने किया. इसके […]
फोटो: 23 प्रभातफेरी को हरी झंडी दिखा कर रवाना करते प्राचार्य. सीवान . बिहार दिवस के अवसर पर जिले के शिक्षण संस्थानों में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. कहीं प्रभातफेरी निकाली गया ,तो कही सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. शहर के डीएवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रभातफेरी निकाली गयी. नेतृत्व एनसीसी पदाधिकारी केपी गोस्वामी ने किया. इसके बाद महाविद्यालय परिसर में हमारा बिहार: अतीत से भविष्य की ओर विषय पर एक संगोष्ठी हुई. अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ अजय कुमार पंडित ने कहा कि बिहार का गौरव शाली इतिहास रहा है. बिहार को अपनी अस्मिता से ज्यादा दूसरों की पहचान की चिंता होती है. संगोष्ठी में डॉ रामानंद पांडे, डॉ रवींद्र नाथ पाठक, डॉ कृष्ण कुमार, प्रो. विजय कुमार प्रभात सहित कई शिक्षकों ने अपने विचार व्यक्त किये. मौके पर डॉ बसंत कुमार, डॉ कृष्ण कांत प्रसाद, प्रो. अरविंद कुमार, डॉ अशोक कुमार, डॉ इमरान खांं सहित कई लोग उपस्थित थे. मंच का संचालन डॉ रामानंद प्रसाद ने किया. वहीं राजा सिंह कॉलेज में भी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम स्थान प्रियंका कुमारी, द्वितीय स्थान जाहिर हुसैन व तृतीय स्थान मंटू कुमार ने प्राप्त किया. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ उदय शंकर पांडे ने धन्वंतरि, आर्यभट्ट, बुद्ध, द्रोणाचार्य, वशिष्ठ, विश्वामित्र, कर्ण से लेकर डॉ राजेंद्र प्रसाद तक के योगदान की चर्चा की. मौके पर महाविद्यालय के प्रो. श्याम शंकर गुप्ता, डॉ जय प्रकाश नारायण सिंह सहित कई शिक्षक मौजूद थे.