ऋषिकांत अपहरण कांड पुलिस के लिए बना अबूझ पहेली
दरौंदा : थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव से एक माह पूर्व ऋषिकांत अपहरण कांड पुलिस एवं परिजनों के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है़. पुलिस का दावा अब तक खोखला साबित हुआ है. इस कारण परिजनों का विश्वास पुलिस पर से उठ रहा है़ फिर भी पुलिस अपहरण कांड का उद्भेदन शीघ्र करने का दावा […]
दरौंदा : थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव से एक माह पूर्व ऋषिकांत अपहरण कांड पुलिस एवं परिजनों के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है़. पुलिस का दावा अब तक खोखला साबित हुआ है. इस कारण परिजनों का विश्वास पुलिस पर से उठ रहा है़ फिर भी पुलिस अपहरण कांड का उद्भेदन शीघ्र करने का दावा कर रही है, जबकि परिजनों आंखें ऋषिकांत के इंतजार में पथरा गयी हैं.
पुलिस अब भी मान रही है कि रिश्तेदारों के मोबाइल के माध्यम से अपहृत एवं अपहरणकर्ता तक पहुंचा जा सकता है़ ऋषिकांत की बहन गीता कुमारी, रूबी कमारी एवं ज्योति कुमारी तथा उनकी मां एवं पिता ब्रजेश कुमार सिंह, दादा जगतारण सिंह का रो-रो कर बुरा हाल है़
24 फरवरी, 2015 को दरौंदा थाना क्षेत्र के पांडेयपुर निवासी ब्रजेश सिंह के पांच वर्षीय पुत्र ऋषिकांत का अपहरण हथियार के बल पर दादा जगतारण सिंह के पास से अपराधियों ने कर लिया था. घटना की सूचना मिलते ही महाराजगंज के एसडीपीओ अवकाश कुमार, थानाध्यक्ष राधेश्याम रजक दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर जायजा लिया था़ दादा जगतारण सिंह के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. पुलिस के लिए सिरदर्द बनता जा रहा है.