दुकानों को कराया बंद, सड़क पर किया प्रदर्शन
सीवान : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आह्वान पर आयोजित बिहार बंद का व्यापक असर रहा. बंद के कारण जनजीवन प्रभावित रहा. शहर में दुकानें, प्रतिष्ठान एवं स्कूल-कॉलेज बंद रहे. इसका असर कई कार्यालयों पर भी देखा गया. सुबह से छात्रों की टोली हाथों में बैनर- पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर पड़ी और बंद को […]
सीवान : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आह्वान पर आयोजित बिहार बंद का व्यापक असर रहा. बंद के कारण जनजीवन प्रभावित रहा. शहर में दुकानें, प्रतिष्ठान एवं स्कूल-कॉलेज बंद रहे. इसका असर कई कार्यालयों पर भी देखा गया. सुबह से छात्रों की टोली हाथों में बैनर- पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर पड़ी और बंद को सफल बनाने में जुटी रही. बाइक पर सवार छात्रों की टोली भी दुकानों को बंद कराती दिखी.
तरवारा मोड़, बबुनिया मोड़, श्रीनगर, सिसवन ढाला, ओवरब्रिज आदि जगहों पर ट्रक-बस आदि लगा कर सड़क के आवागमन को बाधित कर दिया गया, जिससे शहर में प्रवेश करना मुश्किल रहा. साथ ही छात्रों की टोली गली-गली घूूम कर बंद को सफल बनाने में जुटी रही. विद्यार्थी परिषद द्वारा इस बंद का आयोजन पटना में अभाविप के प्रदर्शन पर हुए लाठीचार्ज व पुलिसिया दमन के विरोध में किया गया था. ऐसे बंद की सफलता में आंधी-पानी का भी योगदान रहा.
शासन-प्रशासन के विरुद्ध की नारेबाजी : बंदी के दौरान भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं व छात्रों ने सड़कों पर जम कर विरोध प्रदर्शन किया. हाथों में बैनर व तख्तियां लिये छात्रों ने नीतीश सरकार विरोधी नारे लगाये. नेताओं का कहना था कि सरकार ने राज्य में शिक्षा का कबाड़ा कर दिया है और छात्र जब अपनी मांग की आवाज बुलंद करते हैं, तो उनकी बात सुनने की जगह सरकार द्वारा उन पर लाठियां चटक ायी जा रही हैं.
यातायात हुआ बाधित : जिला मुख्यालय से बाहर एवं जिले की अन्य जगहों को जानेवाले वाहनों का परिचालन बाधित रहा. शहर में रिक्शा, ऑटो भी नहीं चले. इसके कारण स्टेशन से पैदल ही लोगों को अपने गंतव्य स्थान तक जाना पड़ा. इस दौरान मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा. एंबुलेंस भी जैसे – तैसे अन्य मार्गो से निकल रहे थे.
जेपी चौक रहा प्रदर्शन का मुख्य केंद्र : शहर का जेपी चौक विरोध प्रदर्शन का मुख्य केंद्र रहा, जहां अभाविप के छात्र नेता एवं अन्य संगठन के नेताओं ने जम कर प्रदर्शन किया. यहां छात्र नेताओं ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. बंदी में अभाविप के जिला संयोजक मनोज गुप्ता, विभाग संयोजक संदीप गिरि, विभाग प्रमुख रवि रंजन, अजीत कुमार, सुभाष कुमार, अवधेश शर्मा, गोपाल कुमार समेत सैकड़ों की संख्या में छात्र नेता शामिल थे. वहीं भारतीय जनता पार्टी युवा मोरचा के पदाधिकारी एवं भाजपाई भी शामिल हुए. छात्र लोजपा के प्रदेश महासचिव अलसउद अहमद, राम बाबू यादव, सैफ अली समेत सैकड़ों कार्यकर्ता भी बंदी को सफल कराने में लगे रहे.
प्रशासन रहा चौकस : विद्यार्थी परिषद की बंदी को देखते हुए प्रशासन भी चौकस रहा. जगह-जगह पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व दंडाधिकारी तैनात किये गये थे. जेपी चौक पर तैनात नगर कार्यपालक पदाधिकारी आरके लाल शांति व्यवस्था बनाये रखने में लगे रहे. वहीं एएसपी अशोक कुमार सिंह, सदर एसडीओ दुर्गेश कुमार लगातार शहर की स्थिति पर नजर रखे हुए थे और शहर का लगातार भ्रमण करते रहे. पैदल ही शहर की सड़कों पर वे घूमते हुए छात्रों को समझाते नजर आये. नगर इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह, मुफस्सिल इंस्पेक्टर ललन कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, महिला थानाध्यक्ष पूनम कुमारी, सहायक सराय थानाध्यक्ष शंभुनाथ सिंह, महादेवा ओपी थानाध्यक्ष मुमताज आलम शहर में लगातार गश्त करते रहे.