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वर्ष के प्रथम तिमाही में ही डेढ़ दर्जन हत्याएं
लोकसभा चुनाव के बाद जिले में हत्याओं का दौर शुरू हुआ. इनमें कई राजनीतिक हत्याएं भी हुईं. नया वर्ष आने पर लोगों को उम्मीद थी कि स्थिति बेहतर होगी और हत्या की घटनाओं पर विराम लगेगा. लेकिन, वर्ष के प्रथम तिमाही में ही डेढ़ दर्जन हत्याओं से जिलावासियों की उम्मीद पर पानी फिर गया. लोग […]
लोकसभा चुनाव के बाद जिले में हत्याओं का दौर शुरू हुआ. इनमें कई राजनीतिक हत्याएं भी हुईं. नया वर्ष आने पर लोगों को उम्मीद थी कि स्थिति बेहतर होगी और हत्या की घटनाओं पर विराम लगेगा. लेकिन, वर्ष के प्रथम तिमाही में ही डेढ़ दर्जन हत्याओं से जिलावासियों की उम्मीद पर पानी फिर गया. लोग भय व दहशत में रहने को मजबूर हैं. हत्या की कई घटनाओं के तह तक नहीं पहुंचने के कारण पुलिस और प्रशासन पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं.
सीवान : हाल में हो रही आपराधिक घटनाओं से लोगों के जेहन में एक दशक पुरानी तसवीरें कौंध जाती हैं, जब जिले में अपराध और आतंक का साया था. मामूली सी बात पर किसी की हत्या उस जमाने में आम बात थी. 2005 में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद स्थिति में सुधार आया, लेकिन पिछले करीब एक वर्ष से आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जिससे एक बार फिर लोग दहशतजदा हैं. इस वर्ष हुए हत्या की घटनाओं का औसत निकालें, तो करीब छह दिन के अंतराल पर हत्या की घटना की पुनरावृत्ति हो रही है.
स्थिति पर थानावार एक रिपोर्ट
केस वन : सहायक सराय थाना : थाना क्षेत्र में एक जनवरी को तरवारा मोड़ निवासी अधिवक्ता अशोक सिंह के घर लूट व हत्या को अंजाम दिया गया. उनकी पत्नी नीतू सिंह की अपराधियों ने गोली मार कर हत्या कर दी. वही, एक मार्च को बड़का गांव के समीप बाइक सवार अपराधियों ने वैशाखी निवासी सारविंद तिवारी की गोली मार कर हत्या कर दी. 28 मार्च को शराबी बेटे हरे राम ने अपने पिता भीखम मांझी की चाकू से गोद कर हत्या कर दी थी.
केस टू: असांव : थाना क्षेत्र के बिजुलिया मोड़ स्थित पेट्रोल पंप पर नौ जनवरी को लूट की घटना को अंजाम देते हुए पेट्रोल पंप मालिक के भतीजे सुरेंद्र यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. साथ ही नोजल कर्मी को भी गोली मार कर घायल कर दिया. 20 जनवरी को बरदाहा चिमनी पर कार्यरत मुंशी मुख्तार गौड़ की गला दबा कर हत्या कर दी गयी.
केस तीन : दरौंदा : थाना क्षेत्र के रामगढ़ा निवासी भाजपा नेता पृथ्वी नाथ सिंह की हत्या 15 मार्च को गोली मार कर कर दी गयी.
क ेस चार : मैरवा थाना : थाना क्षेत्र के तीतरा गांव निवासी शिवजी शर्मा की हत्या एक फरवरी को पीट- पीट कर कर दी गयी.
केस पांच : भगवानपुर : थाना क्षेत्र के पनिया डीह निवासी इकबाल अंसारी की हत्या सर कलम कर उसके चचेरे भाई ने ही कर दी. इस घटना का कारण प्रेम प्रसंग बताया गया. वही, दो अप्रैल की देर शाम नगवा गांव में दोस्त ने ही दोस्त की हत्या गोली मार कर कर दी. मृतक संजीव के दोस्त चोरौली गांव निवासी मुकेश पॉल ने उसके घर पहुंच कर घटना को अंजाम दिया.
केस छह : गोरेयाकोठी : चार जनवरी को थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी मंटू शर्मा की हत्या कर लाश को कुएं में फेंक दी गयी. इसके एक सप्ताह पूर्व गांव के ही सुबुक तारा की हत्या कर दी गयी थी. जिससे मिंटू का प्रेम प्रसंग बताया जा रहा था.
केस सात : बड़हरिया : थाना क्षेत्र के सूरहिया तेतहली में हत्या की घटना को 27 फरवरी को अंजाम दिया गया. वही, पांच अप्रैल को बाइक सवार अपराधियों ने शिव धारी मोड़ के निकट कुख्यात शशि मांझी की गोली से छलनी कर हत्या कर दी.
केस आठ : जीबी नगर : जीबी नगर के गौर बुजुर्ग गांव में आठ फरवरी को इसवी मांझी उर्फ विवेक की हत्या गला रेत कर शव को खेत में फेंक दिया गया. इस घटना का कारण प्रेम प्रसंग बताया गया. मामले में तीन को नामजद किया गया. सलाहपुर में दुकानदार मुसाफिर साह की गोली मार कर हत्या कर दी गयी.
केस नौ : एमएच नगर : थाना क्षेत्र के हात धनौती निवासी रमेश ठाकुर की हत्या चार फरवरी को गोली मार कर दी गयी.
केस 10 : आंदर: थाना क्षेत्र के हर दो पट्टी निवासी राहुल कुमार की हत्या 16 फरवरी को कर दी गयी.
केस 11 : जामो : थाना क्षेत्र के लाला हाता निवासी रवींद्र सिंह की हत्या दो फरवरी को चाकू से गोद कर किया गया.
केस 12 : बसंतपुर: थाना क्षेत्र के किशुनपुरा निवासी संतोष राम की गोली मार कर हत्या कर दी गयी.
केस 13 : सीवान नगर : 19 फरवरी को नगर थाना क्षेत्र के गुलजार बाजार में बाइक सवार सात अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर टिंकू सिंह व फिरोज साईं को अंधाधुंध फायरिंग कर घायल कर दिया. गंभीर रूप से घायल टिंकू की मौत इलाज के दौरान हो गयी. वहीं दो फरवरी की देर शाम महादेवा ओपी के मालवीय नगर मे बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार कर इंटर के छात्र अमृत राज की हत्या कर दी.
क्या कहते हैं एसपी
जिले में हो रही घटनाओं के अलग -अलग कारण हैं. बहुत सी घटनाएं आपसी विवाद के कारण हुई हैं. स्थिति पर पुलिस की पैनी नजर है. घटना के बाद आवश्यक रूप से कार्रवाई की जाती है. इनमें कई मामलों का उद्भेदन किया जा चुका है और कई मामलों में गिरफ्तारी भी हुई है. अपराध पर लगाम के लिए पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. किसी भी शर्त पर स्थिति बिगड़ने नहीं दी जायेगी. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. हरहाल में शांति व्यवस्था कायम रहेगी और अपराधियों पर नकेल कसने का अभियान जारी रहेगा. आम जनता से भी अनुरोध है कि वे पुलिस का सहयोग करें ताकि कार्रवाई में सहायता मिले.
विकास वर्मन, पुलिस कप्तान, सीवान
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