हौसला है, तो फासला क्या

आपसी सहयोग से ग्रामीण बना रहे झरही नदी पर110 फुट लंबा पीपा पुल जब समस्याओं पर अधिकारी और जन प्रतिनिधि आंखें बंद कर बैठे हों, ऐसे में ग्रामीणों ने ही अपनी समस्याओं के समाधान की राह खोज निकाली. जीरादेई व दरौली प्रखंड के एक दर्जन गांवों के ग्रामीण आपसी सहयोग व श्रमदान से झरही नदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2015 6:33 AM
आपसी सहयोग से ग्रामीण बना रहे झरही नदी पर110 फुट लंबा पीपा पुल
जब समस्याओं पर अधिकारी और जन प्रतिनिधि आंखें बंद कर बैठे हों, ऐसे में ग्रामीणों ने ही अपनी समस्याओं के समाधान की राह खोज निकाली. जीरादेई व दरौली प्रखंड के एक दर्जन गांवों के ग्रामीण आपसी सहयोग व श्रमदान से झरही नदी पर पीपा पुल बनाने का काम कर रहे हैं. इससे इन गांवों के लोगों को काफी सुविधा मिलेगी.
सीवान : आजादी के कई दशक बीत जाने के बाद भी एक दर्जन गांवों के लोग झरही नदी पर पुल बनने की बाट जोहते रहे. लोगों ने इसके लिए शासन व प्रशासन से लेकर जन प्रतिनिधियों से भी गुहार लगायी, लेकिन इस दिशा में आश्वासन के सिवा कुछ हासिल नहीं हो सका. अब इन एक गांवों के लोगों ने स्वयं ही अपनी समस्या के निदान का फैसला लिया है. ग्रामीण अब स्वयं आर्थिक सहयोग व श्रमदान से झरही नदी पर परशुराम पुर और खैराटी के बीच करीब 110 फुट लंबा पीपा पुल बनाने में एक सप्ताह से लगे हैं. इसका निर्माण कार्य पंद्रह दिनों के अंदर पूरा हो जाने की संभावना है. इसके लिए लगातार कार्य चल रहा है. इससे इन गांवों के लोगों में खुशी की लहर है. इससे आवागमन काफी सरल हो जायेगा.

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