देश की महिला फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहती है निशा
फोटो: 02- कोच संजय पाठक के साथ निशा बिहार स्कूली टीम में भी खेल चुकी है सीवान . गरीबी में पली-बढ़ी निशा का चयन 20 से 25 अप्रैल तक नेपाल के काठमांडु में आयोजित होने वाले अंडर -14 एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन कप के लिए हुआ है. निशा मैरवा प्रखंड के सुमेरपुर गांव की रहनेवाली है, […]
फोटो: 02- कोच संजय पाठक के साथ निशा बिहार स्कूली टीम में भी खेल चुकी है सीवान . गरीबी में पली-बढ़ी निशा का चयन 20 से 25 अप्रैल तक नेपाल के काठमांडु में आयोजित होने वाले अंडर -14 एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन कप के लिए हुआ है. निशा मैरवा प्रखंड के सुमेरपुर गांव की रहनेवाली है, जो वर्तमान में आदर्श राजकीय मध्य विद्यालय मैरवा की वर्ग आठ की छात्रा है. रामजीत यादव की पांच संतानों में सबसे छोटी निशा का चयन अहमदाबाद में लगे कैंप के दौरान किया गया. यह रानी लक्ष्मी बाई क्लब की खिलाड़ी है. यह पहला मौका नहीं है, जब सीवान की किसी बेटी ने देश का प्रतिनिधित्व किया. इससे पहले भी इसी क्लब की खिलाड़ी अमृता भी बांग्लादेश में अपनी क्षमता का परिचय दे चुकी है. निशा की तमन्ना सीनियर महिला फुटबॉल टीम की कप्तान के रूप में देश का प्रतिनिधित्व करने का है. इसके पिता मैरवा में ही बिजली मिस्त्री का काम करते हैं. कोच संजय पाठक की देख-रेख में यह प्रतिदिन लक्ष्मीपुर स्थित हिमेश्वर खेल विकास केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करती है. कोच श्री पाठक ने बताया कि वर्ष 2014 में खगडि़या में आयोजित सारण प्रमंडल के तौर पर बिहार स्कूली टीम का सदस्य रही, जहां इसके द्वारा कुल तीन निर्णायक गोल किये गये थे. श्री पाठक का कहना है कि संसाधन व खेल मैदान की कमी के कारण खिलाडि़यों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.