उग्र भीड़ के आगे बेबस पुलिस

आक्रोश. गुस्साये छात्रों ने पुलिस पर भी किया पथराव, कई घायल सड़क हादसे में छह लोगों की मौत पर गुस्साये छात्रों ने अस्पताल में जम कर तोड़-फोड़ की. उपद्रव कर रहे छात्रों ने अस्पताल परिसर में खड़े 108 एंबुलेंस वाहन, मारुति कार, अस्पताल में चलनेवाली भाड़े की बोलेरो कार, एक सरकारी गाड़ी तथा एक स्कॉर्पियो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 21, 2015 8:02 AM
आक्रोश. गुस्साये छात्रों ने पुलिस पर भी किया पथराव, कई घायल
सड़क हादसे में छह लोगों की मौत पर गुस्साये छात्रों ने अस्पताल में जम कर तोड़-फोड़ की. उपद्रव कर रहे छात्रों ने अस्पताल परिसर में खड़े 108 एंबुलेंस वाहन, मारुति कार, अस्पताल में चलनेवाली भाड़े की बोलेरो कार, एक सरकारी गाड़ी तथा एक स्कॉर्पियो गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. आक्रोशित छात्रों का कहना था कि अस्पताल में इलाज का समुचित प्रबंध नहीं होने के कारण हादसे में जख्मी लोगों की मौत हुई है.
सीवान : जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र में सोमवार की सुबह सड़क दुर्घटना में छह की मौत के बाद नगर इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे. उनके सामने ही आक्रोशित छात्रों ने घायलों का समुचित इलाज नहीं किये जाने को लेकर तोड़-फोड़ शुरू कर दी. उपद्रव कर रहे छात्रों ने पुलिस के सामने ही अस्पताल में आगजनी की. उसके बाद भी पुलिस सख्ती से पेश नहीं आयी.
एक समय तो ऐसा लग रहा था कि उग्र छात्र नगर थाना प्रभारी पर कहीं हमला न कर दें. लेकिन, शुक्र था कि एएसपी अशोक कुमार सिंह व एसडीओ दुर्गेश कुमार सदर अस्पताल पहुंचे तथा वज्रवाहन के जवानों को लेकर छात्रों को खदेड़ना शुरू किया.
हालांकि छात्रों ने पुलिस पर भी जम कर पथराव किया. सदर अस्पताल के सामने सड़क पर लाश रख कर प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने समझा कर लाश को उठाने का प्रयास किया. इसी दौरान सीपीआइ (एमएल) के छात्र नेता आ गये तथा मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की.
हालांकि पुलिस ने उन्हें वहां से भगा दिया. पुलिस को लगा कि सब कुछ टल गया, लेकिन छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. छात्रों ने वी मार्ट के सामने बस को खड़ा कर एनएच 85 को जाम कर दिया. शहर में प्रदर्शन कर दुकानों को बंद करा दिया. बड़हरिया मोड़,जेपी चौक व बबुनिया मोड़ पर सड़क को जाम कर दिया. राजेंन्द्र पथ स्थित आइडीबीआइ की एटीएम को तोड़-फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया. साढ़े दस बजे जब छात्र शांत नहीं हुए तो एसपी विकास वर्मन हेमलेट पहन कर हाथ में लाठी ली तथा सड़क पर उतर गये. उन्हें भी छात्रों ने खूब परेशान किया, लेकिन एक घंटा के प्रयास के बाद छात्र शांत पड़ गये.
घटनाक्रम
5:45 सुबह पिकअप व टेंपो में टक्कर
6:15 घायलों को सदर अस्पताल लाया गया
6:45 इलाज के अभाव में तोड़फोड़ शुरू, आगजनी
7:10 नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची,पथराव
8:00 लाठीचाजर्, पथराव
8:30 दमकल की गाड़ी पहुंची
8:40 प्राइवेट नर्सिग होम में तोड़फोड़
9:30 एसपी जेपी चौक पर उतरे सड़क पर
10:15 दोबारा दारोगा पर पथराव शुरू
10:30 एसपी सड़क मार्ग से पैदल पहुंचे सदर अस्पताल
1: 00 शव का अंत्यपरीक्षण शुरू
3:00 परिजन शव लेकर हुए रवाना
सरकारी फाइलों को जलाने के पीछे कोई साजिश तो नहीं?
सड़क हादसे के बाद उग्र भीड़ के सदर अस्पताल में आगजनी व तोड़-फोड़ का तांडव तकरीबन तीन घंटे तक चलता रहा.यह उपद्रव पुलिस की मौजूदगी में ही चलता रहा. इस दौरान कुछ लोगों ने उपाधीक्षक कार्यालय को विशेष कर निशाना बनाया. गोपनीय फाइलों को निशाना बनाने के पीछे किसी की साजिश तो नहीं? यह सवाल दिन भर शहर में चर्चा का विषय बना रहा. सदर अस्पताल पिछले दो वर्ष से फर्जी नियुक्तियों को लेकर चर्चा में रहा है.
ममता की बहाली में बड़े पैमाने पर अनियमितता की आखिर आधा दर्जन से अधिक पर गाज गिरी. छह माह पूर्व सिविल सजर्न के आदेश पर कार्रवाई हुई.पोस्टमार्टम रिपोर्ट समेत कई प्रमुख दस्तावेज यहां रखे हुए थे.इसके अलावा कर्मचारियों का सर्विस बुक तथा कर्मचारियों के उपस्थिति को प्रदर्शित करनेवाले अन्य कागजात भी यहां थे.तोड़-फोड़ व आगजनी करने वालों ने पहले यहां लगे सीसीटीवी कैमरे को निशाना बनाया.
जिससे की वारदात को अंजाम देनेवालों का कोई साक्ष्य न मिल सके.लोगों में चर्चा रही कि सरकारी फाइलों को जला कर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की जा सकती है.जिससे की अनियमितता पर परदा डाला जा सके तथा सभी मामले आग में ही दफन हो जाय. शहर में तेजी से फैले इस अफवाह की जमीनी सच्चई कितनी है,यह तो जांच का विषय है.फिर भी अफवाहों में भी दम होते हैं.
पथराव में पुलिस पदाधिकारी सहित दो पुलिसकर्मी घायल
आक्रोशित छात्र करीब दो घंटे तक अस्पताल में उत्पात मचाते रहे. इसी दौरान एएसपी अशोक कुमार सिंह सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे तथा उत्पात मचानेवाले छात्रों पर लाठीचार्ज करने का आदेश दिया. लाठीचार्ज होते ही छात्र भागने लगे तथा पुलिस पर पथराव करने लगे. हालांकि पुलिस ने छात्रों को दूर तक खदेड़ा. छात्रों द्वारा किये गये पथराव में एएसपी को चोट लगी. नगर थाने के सअनि डीएन तिवारी सहित एक पुलिस के जवान के सिर में चोटें आयीं. इसके बाद उग्र छात्रों ने फतेपुर अपने आवास से निकल रहे सदर विधायक व्यासदेव प्रसाद की गाड़ी पर जम कर पथराव किया. विधायक का ड्राइवर चालाकी से गाड़ी को निकाल कर बच निकला. सदर विधायक ने बताया कि कोई क्षति नहीं हुई है. छात्रों ने फतेपुर मोहल्ले में ट्रक को रोक कर जाम कर दिया. राजेंद्र पथ स्थित आइडीबीआइ की एटीएम को तोड़-फोड़ कर क्षति पहुंचायी.
फायर ब्रिगेड हुआ फेल
छात्रों द्वारा अस्पताल में आग लगादिये जाने के बाद थोड़ी ही देर में फायर ब्रिगेड की गाड़ी आग बुझाने पहुंच गयी, लेकिन जब कर्मचारी ने पानी को चालू किया, तो मशीन फेल हो गयी. करीब पंद्रह मिनट तक सदर अस्पताल धुं-धुं कर जलता रहा और कर्मचारी मशीन ठीक करते रहे. जब ठीक भी हुआ, तो उसका सारा पानी आग के पास पहुंचने के पहले ही लीक कर गया. पानी खत्म होने के बाद बिना आग बुझाये फायर ब्रिगेड की गाड़ी वापस लौट गयी.
इधर, आम लोग व पुलिस कर्मियों ने बालटी से पानी व बालु को आग पर फेंक कर बुझाने का प्रयास किया. पुलिस व आम लोगों ने सदर अस्पताल में लगाये गये आग बुझाने के यंत्र को काफी खोजा, लेकिन नहीं मिला. अगर समय से आग पर काबू पा लिया गया होता, तो रिकॉर्ड रूम को बचाया जा सकता था. पूछने पर एक कर्मचारी ने बताया की अस्पताल प्रबंधक के कक्ष में आग बुझाने वाले यंत्र को रखा गया है, वह एक्सपायर हो गया है. इसी दौरान शहर के एक व्यवसायी आग बुझाने का छोटा यंत्र लेकर आये तथा कार्यालयों में लगी आग को बुझाया. उसके बाद दूसरा फायर ब्रिगेड की गाड़ी आयी तब आग पर काबू पाया जा सका.
इस तरह हुआ हादसा
बड़हरिया से टेंपो पर सवार होकर एक कोचिंग के आधा दर्जन से अधिक छात्र व अन्य यात्री सीवान के लिए आ रहे थे, तभी सामने से आ रही पिकअप वैन अनियंत्रित होकर टेंपो से टकरा गया, जिससे टेंपो पर सवार बड़हरिया थाने के छक्का टोला निवासी कोचिंग शिक्षक शाजिद अहमद व पांच अन्य लोगों की मौत हो गयी.

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