दहशत के पल याद कर कांप उठता है मन

फोटो-22-मरीज प्रेम प्रकाश पांडे 23-रामनाथ यादव 24-बलिस्टर कुमारसदर अस्पताल में भरती मरीजों ने सुनायी हादसे की दास्तांसीवान . सोमवार को भूकंप के झटके भले ही नहीं आये,पर लोगों की दहशत कम नहीं हुई है. सदर अस्पताल में भरती मरीज भूकंप के पहले दिन के आये झटके को याद कर अब भी कांप रहे हैं. पुरुष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2015 8:03 PM

फोटो-22-मरीज प्रेम प्रकाश पांडे 23-रामनाथ यादव 24-बलिस्टर कुमारसदर अस्पताल में भरती मरीजों ने सुनायी हादसे की दास्तांसीवान . सोमवार को भूकंप के झटके भले ही नहीं आये,पर लोगों की दहशत कम नहीं हुई है. सदर अस्पताल में भरती मरीज भूकंप के पहले दिन के आये झटके को याद कर अब भी कांप रहे हैं. पुरुष वार्ड में भरती बिंदुसार निवासी प्रेमप्रकाश पांडे ने कहा कि मैं अपने बेड पर सोया हुआ था. इस बीच अचानक अस्पताल में अफरा-तफरी मच गयी. लोगों ने चिल्लाते हुए कहा कि भूकंप आ गया. यह सुन मैं भी पैर टूटे होने के बाद भी किसी तरह बेड से नीचे उतरा तथा भाग कर कैंपस से बाहर निकल आया. इसके बाद पैर से विकलांग हो जाने के बाद भी कोई कर्मचारी हाल जानने नहीं आया. वहीं घायल चनउर निवासी रामनाथ यादव हादसे के समय अस्पताल में उपचार करा रहे थे. बकौल रामनाथ मैं बेड पर बैठा था. बेड अचानक हिलने लगा. पहले हमें ऐसा आभास हुआ कि कोई पीछे से धक्का दे रहा है. पीछे किसी के न होने पर अचानक भयभीत हो गया. इस बीच लोगों को भागते देख पता चला कि भूकंप आया है. वह क्षण याद कर एक सिहरन सी आ जाती है. पचौरा निवासी बलिस्टर कुमार भी अस्पताल में भरती थे. उन्होंने बताया कि अचानक हर कोई भागते हुए दिखा, जिससे एहसास हुआ कि कोई हादसा हो गया है,पर भूकंप का हमें कोई एहसास नहीं हुआ.बाहर निकल कर आने पर लोगों से भूकंप की जानकारी हुई.ये लोग भूकंप के क्षण को याद कर परेशान हो रहे हैं.

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