आंधी से किसानों को भारी नुकसान
सीवान : गत शुक्रवार को आयी बेमौसम बरसात व आंधी से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं बची-खूची उम्मीदों पर मंगलवार की दोपहर हुई भारी बारिश व तेज आंधी ने पानी फेर दिया. बारिश से एक तरफ जहां शेष बचे गेहूं की फसल को बरबादी के कगार पर पहुंचा दिया, वहीं सब्जी की […]
सीवान : गत शुक्रवार को आयी बेमौसम बरसात व आंधी से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. वहीं बची-खूची उम्मीदों पर मंगलवार की दोपहर हुई भारी बारिश व तेज आंधी ने पानी फेर दिया. बारिश से एक तरफ जहां शेष बचे गेहूं की फसल को बरबादी के कगार पर पहुंचा दिया, वहीं सब्जी की फसल को भी भारी नुकसान हुआ है.
बारिश का दूरगामी असर सब्जी के उत्पादन पर पड़ने की उम्मीद है. इससे आने वाले समय में इनकी कीमत बढ़ सकती है. दूसरी ओर आम व लीची की फसल के लिए यह बारिश लाभदायक होने की उम्मीद है, क्योंकि इससे आम व लीची के पेड़ में लगे दानों में विकास होगा.
दियारा क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ तैयार फसल बरबाद
गुठनी : मंगलवार और गत शुक्रवार को आये आंधी-पानी से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. प्रखंड के दियारा क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल अभी काटी भी नहीं जा सकी कि आंधी-पानी ने उसे चौपट कर दिया. गुठनी के ग्यासपुर , खड़ौनी, मैरिटार आदि गांवों के सैकड़ों एकड़ खेत छोटी गंडकी और सरयू नदी के दियारे में है. इसी दियारे में उत्तर प्रदेश के किसानों के भी सैकड़ों एकड़ खेत में गेहूं की फसल लहलहायी है. मगर बिगड़ते मौसम ने किसानों का हाल खस्ता कर दिया. खेती बाद से ही किसान मौसम की मार ङोलते रहे.
गंडकी व सरयू नदी के जल स्तर में घटाव नहीं ोने के कारण गेहूं की फसल काटने के लिए ट्रैक्टर, कंपाइन आदि दियारे में नहीं जा सके थे. किसानों ने किसी तरह बोरी में बालू भर कर नदी में कंपाइन जाने का रास्ता बनाया और कंपाइन से कुछ फसल काटी गयी. लेकिन आंधी-पानी ने बची-खुची कसर पूरी दी.
बरपलिया पंचायत के मुखिया सह दियारा क्षेत्र के मजबूत किसान विंध्याचल सिंह ने कहा कि हमलोगों की काफी खेती दियारा क्षेत्र में है. मेरे गांव सहित कई अन्य गांवों के सैकड़ों एकड़ फसल पूरी तरह बरबादी की ओर है. आरंभ में नदी से पानी न घटने के कारण मशीनरी नहीं पहुंची और दूसरी ओर बेमौसम आंधी-पानी ने फसल को बरबाद कर दिया.
भूकंप के बाद आंधी-पानी ने ढाया कहर
भगवानपुर हाट. आंधी-पानी के कहर से लोग परेशान रहे. इससे कई स्थानों पर घरों पर पेड़ गिरे हैं. भूकंप से डरे-सहमे लोगों पर आंधी-पानी ने कहर ढा दिया. प्राकृतिक आपदा के सामने लोग विवश नजर आये. मंगलवार को आये आंधी-पानी ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है.
ब्रह्म स्थान गांव के बली राम का घर उजड़ गया है. महुआ की विशालकाय डाल के उनके घर पर गिर जाने से उनकी पुत्र वधू देवंती देवी, पुत्र शंभु राम एवं पोता विशाल कुमार घायल हो गये हैं.वहीं ब्रह्म स्थान गांव की मसजिद पर आम का पेड़ गिर जाने से उसकी दीवारों में कई जगहों पर दरार आ गयी है. हालांकि कहीं से जान-माल की क्षति की सूचना नहीं है. फिर भी भय से लोग सहमे हुए हैं.