सात आरोपितों में नहीं हुई एक की भी गिरफ्तारी
टिंकू हत्याकांड : तीन माह बाद भी पुलिस खाली हाथ,19 फरवरी को हुई थी टिंकू की हत्या, मामले में रईस समेत सात हैं नामजद तीन माह बाद भी टिंकू हत्याकांड में पुलिस खाली हाथ है और अब तक सात आरोपितों में एक को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. 19 फरवरी को नगर के गुलजार […]
टिंकू हत्याकांड : तीन माह बाद भी पुलिस खाली हाथ,19 फरवरी को हुई थी टिंकू की हत्या, मामले में रईस समेत सात हैं नामजद
तीन माह बाद भी टिंकू हत्याकांड में पुलिस खाली हाथ है और अब तक सात आरोपितों में एक को भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. 19 फरवरी को नगर के गुलजार बाजार में हुए टिंकू हत्या कांड में चाइनीज ने लाइनर की भूमिका निभायी थी.
घटना के पूर्व उसने रेकी भी की थी. एएसपी अशोक कुमार सिंह की जांच में यह बात सामने आयी है. घटना से चंद मिनट पहले चाइनीज फिरोज के घर के पास पहुंचा था और किसी को मोबाइल से सूचित किया कि तीनों बैठे हुए हैं. चंद मिनटों बाद ही रईस खान व अन्य बाइक से आये और घटना को अंजाम दिया.
सीवान : गत 19 फरवरी को नगर थाने के गुलजार बाजार दक्षिण टोला में दिनदहाड़े हुई अंधाधुंध फायरिंग में टिंकू सिंह की मौत हो गयी थी.
वहीं घायल फिरोज सांई के बयान पर नगर थाना कांड संख्या 15/15 दर्ज किया था, जिसमें कुख्यात रईस खान समेत पूर्णिया के राजा, छपरा निवासी आफताब, नगर थाने के लक्ष्मीपुर निवासी पीर मुहम्मद, दिलीप गिरि व अमित, सराय ओपी के इस्माइल तकिया निवासी तूफानी मियां को नामजद किया गया था. इस घटना के बाद शहर में भय व आतंक का माहौल कायम हो गया था. घटना स्थल से गोलियों के 36 खोखे बरामद हुए थे, जिन्हें एसएफएल जांच के लिए भेजा गया है.
तीन माह बाद भी पुलिस खाली हाथ : टिंकू हत्याकांड में तीन माह से पुलिस हाथ है और इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े हो रहे है. खास बात यह है कि इस मामले में मृतक टिंकू व मामले के सूचक फिरोज सांई जमीन दलाली के धंधे से जुड़े रहे हैं. वहीं सभी नामजद भी जमीन दलाली के धंधे से जुड़े हैं.
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आयी है कि फिरोज का रईस खान से इस मामले को लेकर विवाद रहा है. कुख्यात रईस खान अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है. और इस घटना में उसका नाम आने से दहशत का माहौल कायम हो गया था. वहीं जमीन कारोबार एवं रंजिश के कारण फिर वर्चस्व और विवाद के कारण किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. ऐसे में पुलिस की कार्रवाई से ऐसा लगता है कि वह किसी बड़ी घटना के इंतजार में है.
नामजद अमित के विरुद्ध नहीं मिला साक्ष्य : एएसपी अशोक कुमार सिंह की जांच में टिंकू हत्याकांड में नामजद बनाये गये अमित के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला है. घटना से उसका संबंध या रईस खान से कोई संबंध नहीं पाया गया है. वह बीसीए का छात्र है और उसका कोई आपराधिक इतिहास भी नहीं है.
वहीं उसकी मां के आवेदन के अनुसार आधार कार्ड बनवाने के दौरान हुए विवाद में फिरोज सांई और उसके दोस्तों द्वारा अमित के घर तोड़-फोड़ की गयी थी. वहीं जमीन दलाली से जुड़े फिरोज साई अमित की जमीन सस्ते में खरीदना चाह रहा था, जिसके लिए अमित राजी नहीं था. उसके द्वारा अमित व उसकी मां को धमकी दी जा रही थी और दबाव डाला जा रहा था. एएसपी ने पर्यवेक्षण में अमित पर कार्रवाई पर रोक लगा दी है.
क्या कहते हैं अधिकारी
टिंकू हत्याकांड में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. पुलिस की कार्रवाई जारी है. साथ ही नगर इंस्पेक्टर को भी आरोपितों की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने को कहा गया है. मामले में लापरवाही पर कार्रवाई होगी. कुर्की- जब्ती की कार्रवाई का भी आदेश दे दिया गया है. मामले में लाइनर की भूमिका में रहे चाइनीज की तलाश जारी है. उससे मामले में अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है.
अशोक कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, सीवान
कौन है चाइनीज?
चाइनीज ने इस घटना में लाइनर की भूमिका निभायी थी और उससे सूचक और अन्य गवाहों की पूर्व से जानकारी बतायी जाती है. बयान के अनुसार चाइनीज ने फिरोज के घर पहुंच कर पूछा था कि फिरोज भइया कहां है. वैगन आर गाड़ी खरीदने के बारे में बात करनी है.
इससे स्पष्ट है कि फिरोज सांई का चाइनीज से पूर्व परिचय रहा है. अब एएसपी अशोक कुमार सिंह ने कांड में चाइनीज को नामजद करने का आदेश दिया है. पुलिस अब चाइनीज के नाम व पता के सत्यापन में जुटी है. उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. साथ ही संभावित मोबाइल नंबरों का कॉल डिटेल भी खंगाला जा रहा है.