चाय दुकानदार की बेटी संजना व बेटे सुमित को मिले 72 फीसदी अंक

साइंस संकाय में टॉप टेन में नहीं आया जिले का कोई छात्र सीवान : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्च माध्यमिक) द्वारा बुधवार की दोपहर बाद इंटर साइंस का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली है. पूर्व सूचना के तहत दोपहर बाद परिणाम घोषित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2015 12:58 AM
साइंस संकाय में टॉप टेन में नहीं आया जिले का कोई छात्र
सीवान : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्च माध्यमिक) द्वारा बुधवार की दोपहर बाद इंटर साइंस का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया. परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों ने राहत की सांस ली है.
पूर्व सूचना के तहत दोपहर बाद परिणाम घोषित करने को लेकर छात्र-छात्राओं की भीड़ साइबर कैफे में लगी रही. जैसे ही बीएसइबी की वेबसाइड पर रिजल्ट का प्रकाशन हुआ, छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गयी. पास होने वाले छात्रों को एक तरफ जहां उसके दोस्त व परिजन बधाइयां दे रहे थे, वहीं फेल छात्र चुपके से खिसक जा रहे थे. इधर, साइबर कैफे द्वारा रिजल्ट दिखाने के लिए 20 से 30 रुपये की वसूली की गयी.
जिलावासियों को हुई निराशा : इस वर्ष विज्ञान संकाय से टॉप टेन में जिले के किसी छात्र द्वारा स्थान नहीं हासिल करने से जिलावासियों को निराशा हुई है. लोगों को यह विश्वास था कि पूर्व की भांति इस वर्ष भी कोई-न-कोई छात्र टॉप टेन में स्थान हासिल कर जिले का नाम रोशन करेगा.
डॉ राजेंद्र प्रसाद की जन्म भूमि रही सीवान की धरती पर अब कॉमर्स व कला संकाय के आने वाले रिजल्ट पर लोगों की निगाह टिकी है. पिछले वर्ष कला संकाय में प्रियंका ने टॉप टेन में स्थान हासिल करने में सफलता पायी थी.
सीवान : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्च माध्यमिक) द्वारा बुधवार को इंटर विज्ञान संकाय का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. इस परीक्षा में शहर के आंदर ढाला निवासी लक्ष्मीपुर के रहने वाले चाय दुकानदार शिव शंकर प्रसाद की बेटी संजना व बेटा सुमित कुमार ने 72 फीसदी अंक लाकर जिले का नाम रोशन किया है.
दोनों डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र हैं. भाई-बहन की इस सफलता पर परिवार फूला नहीं समा रहा है. इनकी तमन्ना इंजीनियर बनने की है. इस सफलता के लिए इन्होंने कोई शॉर्ट कट मेथड नहीं अपनाया, बल्कि पूरे परिश्रम के साथ पढ़ाई की.
संजना ने वर्ष 2013 में आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में भी 85 प्रतिशत अंक प्राप्त किया था, जबकि सुमित को 80 फीसदी अंक प्राप्त हुए थे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मैट्रिक की पढ़ाई तक तो इन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन इंटर की पढ़ाई के वक्त पिता ने जब आर्थिक परेशानी की बात इनके समक्ष रखी, तो भाई-बहन ने पिता को ढाढ़स बंधाते हुए आगे की पढ़ाई अपने बल पर करने की बात कही.
इसके बाद दोनों ने मैट्रिक के छात्रों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया. पिता श्री प्रसाद ने बताया कि मुङो तो पहले डर लगा फिर इनकी लगन देख कर मन में आस जगी और आज दोनों ने परिवार को एक बार फिर दोहरी खुशियां दे दी हैं.
इधर, दूसरी ओर हुसैनगंज प्रखंड के सुरापुर गांव निवासी राजेश प्रसाद श्रीवास्तव के पुत्र मनीष श्रीवास्तव ने भी 73 फीसदी अंक ला कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है. मनीष जनता महाविद्यालय हुस्सेपुर का छात्र है. इसके पिता टॉर्च बना कर परिवार का खर्च वहन करते हैं.
वहीं ऋचा पराशर के 79 फीसदी अंक प्राप्त करने से परिजनों में हर्ष का माहौल है, यह आरके के महाविद्यालय खेरीपाकड़ बसंतपुर की छात्र है. मनीष व ऋचा ने अपनी सफलता का श्रेय अवनीत क्लासेज के संचालक अवनीत कुमार को दिया है.
प्राचार्य को दी बधाई
प्रदेश में टॉप टेन में विज्ञान संकाय में तीसरा स्थान हासिल करने वाले यशु रंजन के पिता व गोरेयाकोठी स्थित नारायण महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रमेंद्र रंजन को बधाइयां दी हैं. यशु को 425 अंक प्राप्त हुए हैं.
वह जगदम कॉलेज छपरा का छात्र रहा है. हाइ स्कूल में भी इसने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे. यशु ने अपनी सफलता का श्रेय जहां अपने माता-पिता व बड़े भाई प्रवि रंजन को दिया है.
वही उसकी इच्छा प्रशासनिक क्षेत्र में जाने की है. बधाई देने वालों में प्रो श्रीकांत सिंह, शिम्की कुमारी, कैलाश प्रसाद सिंह, नवल किशोर सिंह, ठाकुर सिंह, महेश ठाकुर, ऋचा कुमारी, राजीव कुमार व सुरेंद्र पांडे आदि शामिल हैं.

Next Article

Exit mobile version