चित्रकला के क्षेत्र में साधना ने दिलायी रजनीश को पहचान

सीवान : सपनों के संसार को यह युवा कागजों पर उकेरने में माहिर है. चित्रों के माध्यम से उसकी सजीव अभिव्यक्ति ही तो,उसकी चित्रकला है. सीवान शहर के रजनीश कुमार ने अपनी साधना की बदौलत चित्रकला के क्षेत्र में ख्याति पायी. उसकी पेंटिंग को विभिन्न संस्थाओं ने सराहा व पुरस्कृत कर सम्मान को बढ़ाया. युवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2015 6:23 AM
सीवान : सपनों के संसार को यह युवा कागजों पर उकेरने में माहिर है. चित्रों के माध्यम से उसकी सजीव अभिव्यक्ति ही तो,उसकी चित्रकला है. सीवान शहर के रजनीश कुमार ने अपनी साधना की बदौलत चित्रकला के क्षेत्र में ख्याति पायी.
उसकी पेंटिंग को विभिन्न संस्थाओं ने सराहा व पुरस्कृत कर सम्मान को बढ़ाया. युवा रजनीश ने अपनी चित्रकला को पेशे के दौर में शामिल करने के बजाय इसे व्यापक लोगों तक पहुंचाने की हमेशा कोशिश की है,जिससे चित्रकला की लुप्त हो रही संस्कृति को विस्तार मिल सके. लिहाजा आये दिन नि:शुल्क कैंप आयोजित कर किशोर व युवाओं को रजनीश प्रशिक्षित करते हैं.
शहर के सीताराम नगर पोखरा निवासी 25 वर्षीय रजनीश कुमार को चित्रकला के प्रति रुझान बचपन से ही रहा है. जीव विज्ञान से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने के बाद भी चित्रकला के क्षेत्र में ही रुझान बना रहा, जिसके चलते आखिरकार सेल्फ आर्टिस्ट बनने के बाद कला से स्नातक किया.साथ ही देश के प्रतिष्ठित प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ से चित्रकला में प्रशिक्षण प्राप्त किया.
चित्रकला के इन क्षेत्रों में है पहचान : चित्रकला के क्षेत्र में स्केचिंग, पेंटिंग, पोट्रेट्स, मिनिएचर, मार्डन आर्ट्स के अलावा पारंपरिक कलाओं में मधुबनी,राजस्थानी,टिकुली, वर्ली तथा मूर्तिकला, स्टोन कर्विग, बुड कर्विग, ग्लीप्टिक, फ्रेस्को, मोजायक जैसी विधाओं में पहचान है. चित्रकला के क्षेत्र में लगन ही है कि रजनीश की किशोर अवस्था से ही चर्चा शुरू हो गयी.
प्रशिक्षण देकर नित्य करते हैं प्रोत्साहित : आराध्या चित्रकला संस्था के माध्यम से बालक व बालिकाओं को रजनीश चित्रकला का प्रशिक्षण देते हैं. यह नियमित चलनेवाली कक्षाओं के अतिरिक्त प्रत्येक माह में तीन दिन विभिन्न स्थानों पर कैंप लगा कर नि:शुल्क प्रशिक्षण देते हैं.
बकौल रजनीश चित्रकला जीवन में आराधना से कम नहीं है. चित्रकला का प्रशिक्षण देने के दौरान हमें ऐसा आभास होता है कि मैं ईश्वर की आराधना कर रहा हूं. इस कार्य में मुङो ईश्वर से हमेशा प्रेरणा मिलती है.यह मेरे जीवन की एक तरह से पूजा है.
पेंटिंग के माध्यम से लाना चाहते हैं जन जागरूकता : चित्रकला के माध्यम से रजनीश की कोशिश लोगों में पर्यावरण समेत विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता लाने की है.आधुनिकीकरण के दौर में भाग-दौड़ में प्रकृति के साथ किये जा रहे छेड़छाड़ से उत्पन्न हो रही स्थितियों को चित्र के माध्यम से लोगोंको बताने की कोशिश करते हैं. इससे संबंधित तमाम पेंटिंग को विभिन्न आयोजनों में लोगों द्वारा सराही गयीं.
पेंटिंग को पुरस्कृत कर इन्होंने सराहा
वर्ष 2005 में छपरा में आयोजित यूथ फेस्टिवल में पुरस्कृत किया गया.
वर्ष 2009 में संस्कार भारती ने चित्रकला के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया.
वर्ष 2013 में एक एफएम चैनल द्वारा स्पेशल एपियरेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया.
वर्ष 2015 में उत्कृष्ट पेंटिंग के लिए एक मीडिया ग्रुप द्वारा पुरस्कृत किया गया.

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