छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में पिछड़ गया केवि
10 वीं में 10 सीजीपीए प्राप्त करने में छात्र रहे असफल सीवान : दारोगा प्रसाद राय महाविद्यालय में किराये के भवन में संचालित केंद्रीय विद्यालय सीवान का 10 वीं का परीक्षा परिणाम औसत दज्रे का रहा है. भले ही परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा हो, लेकिन गौर करनेवाली बात यह है कि सभी संसाधनों से लैस […]
10 वीं में 10 सीजीपीए प्राप्त करने में छात्र रहे असफल
सीवान : दारोगा प्रसाद राय महाविद्यालय में किराये के भवन में संचालित केंद्रीय विद्यालय सीवान का 10 वीं का परीक्षा परिणाम औसत दज्रे का रहा है. भले ही परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा हो, लेकिन गौर करनेवाली बात यह है कि सभी संसाधनों से लैस इस विद्यालय के एक भी छात्रों को 10 सीजीपीए अंक नसीब नहीं हुआ है. इस वर्ष कुल 64 छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे.
विद्यालय का इस वर्ष का अधिकतम सीजीपीए 9.8 रहा. पिछले वर्ष छह छात्रों को 10 सीजीपीए अंक प्राप्त हुआ था. मानव संसाधन विकास मंत्रलय के अधीन संचालित होने वाले इस विद्यालय का अपना खास महत्व है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के मामले में ये विद्यालय अपना विशेष स्थान रखता है, लेकिन सीवान के लिए ऐसा होता नहीं दिख रहा है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के मामले में यह संस्थान फीसड्डी साबित हो रहा हैं.
इसका सीधा असर इस वर्ष के 10 वीं के परीक्षा परिणाम पर साफ दिख रहा है. यही कारण है कि इस वर्ष एक भी छात्र 10 सीजीपीए अंक नहीं प्राप्त सके, जबकि संसाधनों के मामले में इससे कम रहे अन्य निजी विद्यालय के छात्रों ने 10 वीं की परीक्षा में 10 सीजीपीए अंक लाने में सफलता प्राप्त की है. इस बात को खुद केंद्रीय विद्यालय गोपालगंज के अलावा सीवान का भी कार्य देख रहे प्राचार्य वीएस मिश्र भी स्वीकार्य करते हैं.
श्री मिश्र की बातों पर गौर करें तो जिस स्तर की शिक्षा शिक्षकों द्वारा छात्रों को प्रदान करनी चाहिए थी, पर वे नहीं कर सके. उनक ी बातों से ऐसा लगता है कि विद्यालय में मौजूदा कार्यरत शिक्षक अपने जिम्मेवारी से कहीं-न-कहीं जी चुरा रहे हैं.
इतना ही नहीं अन्य पहलुओं की ओर इशारा करते हुए उनका कहना था कि इस वर्ष का छात्रों का बैच भी औसत दज्रे का रहा है. उन्होंने बताया कि विद्यालय के लिए पूर्णकालिक प्राचार्य का नहीं होना भी एक दुखद पहलु रहा है. इससे विद्यालय के शिक्षा स्तर में गिरावट आयी है. वहीं विद्यालय के प्राचार्य के वी सिंह ने भी श्री मिश्र की बातों का समर्थन करते हुए ठीकरा शिक्षकों के सिर फोड़ते हुए कहा कि परीक्षा परिणाम में गिरावट शिक्षकों के अपनी जिम्मेवारियों का सही तरीके से निर्वहन नहीं करने के कारण आयी है.