लू के थपेड़ों से सड़कें हुईं सुनसान

बच्चों में बढ़ीं इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारियां, पानी के लिए भटक रहीं नीलगायें सीवान : गरम लू के थपेड़ों व ऊमस भरी गरमी से हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक हो गया है. हालांकि अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मामले रोज आ रहे हैं. इस माह में एक दिन चार जून को छोड़ कर पारा कभी 40 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 10, 2015 7:05 AM
बच्चों में बढ़ीं इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारियां, पानी के लिए भटक रहीं नीलगायें
सीवान : गरम लू के थपेड़ों व ऊमस भरी गरमी से हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक हो गया है. हालांकि अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मामले रोज आ रहे हैं. इस माह में एक दिन चार जून को छोड़ कर पारा कभी 40 डिग्री से नीचे नहीं गया है.
मौसम की जानकारी रखने वाले जानकारों का कहना है कि 14 जून के बाद ही गरमी में कमी आयेगी. गरमी के कारण हीट स्ट्रोक के मामले सदर अस्पताल में रोज आ रहे हैं, लेकिन मरीजों की संख्या काफी कम है. करीब एक सप्ताह पहले शहर के ही एचपी पेट्रोल पंप के समीप एक चालक की हीट स्ट्रोक के कारण मौत हो गयी थी.गरमी तथा लू के कारण छोटे-मोटे तालाब सूख गये हैं.
इसके कारण नीलगाय आदि पशुओं को काफी परेशानी हो रही है.प्यास बुझाने के लिए ये गांवों में भी आ जा रहे हैं. कुछ ऐसे पशुओं की मौत पानी के बिना हो गयी है. वहीं गरमी के कारण बच्चों में इनसेफ्लाइटिस जैसी बीमारियों की शिकायत काफी बढ़ गयी है. इस बीमारी से पीड़ित कई बच्चे शहर के प्राइवेट अस्पतालों में भरती हैं. कुछ की हालत चिंताजनक होने के कारण गोरखपुर मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया है. गरमी से जहां डायरिया व लूज मोशन की बीमारियों की शिकायतें बढ़ी हैं, तो दूसरी तरफ टायफायड के भी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
गरमी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सरकारी स्कूलों में पठन पाठन 14 तक बंद करने का आदेश दिया है. दूसरी ओर मंगलवार से शहर के कई प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई शुरूहो गयी है. मगर बच्चों की उपस्थिति कम है. दोपहर में छुट्टी के समय स्कूल से लौटने में बच्चों को परेशानी हो रही है.

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