बरकत का महीना है रमजान
रमजान में खोल दिये जाते हैं जन्नत के दरवाजेतरवारा. रमजान का महीना आते ही मुसलमानों के घरों में खुशियां छा जाती हैं. रमजान के महीने में अल्लाह के रसूल के फरमान के मुताबिक हर फर्ज इवादतों का शबाब 70 गुना अधिक बढ़ा दिया जाता है. साथ ही जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं और […]
रमजान में खोल दिये जाते हैं जन्नत के दरवाजेतरवारा. रमजान का महीना आते ही मुसलमानों के घरों में खुशियां छा जाती हैं. रमजान के महीने में अल्लाह के रसूल के फरमान के मुताबिक हर फर्ज इवादतों का शबाब 70 गुना अधिक बढ़ा दिया जाता है. साथ ही जन्नत के दरवाजे खोल दिये जाते हैं और जहन्नुम के दरवाजे बंद कर दिये जाते हैं. खैरो बरकत का दरवाजा खोल दिया जाता है. इसलिए इस माह को बरकत का महीना भी कहा जाता है. रमजान इसलामी कैलेंडर के अनुसार नौंवा माह होता हैं. रमजान का चांद दिखते ही लोग इबादत में लग जाते हैं. रमजान में रोजा रख कर रात दिन इबादत करने से बहुत शबाब मिलता है.