रमजान के महीने में होती है गुनाहों की माफी : रशीदी

तरवारा : रमजान का महीना अल्लाह के नजदीक आने का मौका देता है. यह वह माह है, जिसमें अल्लाह का रहमत बरसता है. रमजान के महीने में रोजेदार आत्म नियंत्रण के जरिये खुद को पाक करता है. रोजेदार भूख -प्यास पर काबू रख कर बुराइयों से दूर रहते हुए दुनिया की कामों के साथ अपना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2015 7:30 AM
तरवारा : रमजान का महीना अल्लाह के नजदीक आने का मौका देता है. यह वह माह है, जिसमें अल्लाह का रहमत बरसता है. रमजान के महीने में रोजेदार आत्म नियंत्रण के जरिये खुद को पाक करता है.
रोजेदार भूख -प्यास पर काबू रख कर बुराइयों से दूर रहते हुए दुनिया की कामों के साथ अपना समय अध्यात्म में व्यतीत करता है. उक्त बातें जिले के पचरूखी प्रखंड क्षेत्र के सुरवाला अंसारी मुहल्ला स्थित मसजिद के खतिबो इमाम हजरत मौलाना सैयद हुसैन रशीदी ने रमजानुल मुबारक पर फजीलत बयान करते हुए कही.
उन्होंने कहा कि जो लोग इस महीने में जान बूझ कर रोजा नहीं रखता तथा इसका एहतेराम नहीं करता है अल्लाह और उसके रसूल उनसे सख्त नाराज होते हैं. मेरे नबी ने फरमाया है कि रमजान जैसे पवित्र महीने का एहतेराम न करनेवाला व्यक्ति परेशान व बरबाद हो जायेगा. उन्होंने कहा कि खुशनसीब वे लोग हैं, जिन्होंने रमजान का महीना पाया.
यह महीना अल्लाह के करीब आने का मुबारक महीना है. रमजान के महीने में सच्चे दिल से अपने गुनाहों की माफी मांगने वाले रोजेदार को अल्लाह माफ कर देता है. रमजान को अल्लाह का महीना भी कहा जाता है. इसी माह में कुरान शरीफ नाजिल हुआ इस लिए इसे कुरान का भी महीना कहा जाता है.

Next Article

Exit mobile version